राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम में कार्यरत इलेक्ट्रिकल एंड मैन्टेनेश शाखा के अभियंताओं द्वारा पदोन्नति एवं कटौती किये गए पदों को पुनसृजित करने की मांग को लेकर चल रहा सांकेतिक प्रदर्शन दूसरे दिन भी जारी रहा।
बुधवार सुबह नव निर्मित सुपर क्रिटीकल इकाईयों एवम वर्तमान में उत्पादन कर रही 1500 मेगावाट की छह इकाईयों में कार्यरत दर्जनों इलेक्ट्रिकल एंड मैन्टेनेश शाखा के अभियंताओं ने परियोजना मुख्य द्वार पर प्रदर्शन करते हुए उत्पादन निगम प्रशासन के खिलाफ नारे बाजी की।
बुधवार सुबह नव निर्मित सुपर क्रिटीकल इकाईयों एवम वर्तमान में उत्पादन कर रही 1500 मेगावाट की छह इकाईयों में कार्यरत दर्जनों इलेक्ट्रिकल एंड मैन्टेनेश शाखा के अभियंताओं ने परियोजना मुख्य द्वार पर प्रदर्शन करते हुए उत्पादन निगम प्रशासन के खिलाफ नारे बाजी की।
अभियंताओं को सम्बोधित करते हुए अधिशाषी अभियंता एम आर चाचाण ने कहा कि हमारी एकता का ही परिणाम है कि एक दिन के प्रदर्शन के बाद उच्चस्तर हलचल शुरू हो गई है। यदि हम यूं ही एकजुट होकर संघर्ष करते रहे तो निश्चित रूप से अपना अधिकारी लेकर रहेगें।
अभियन्ता बलबीर चौधरी ने बताया कि एक तरफ तो कार्मिक विभाग द्वारा इलेक्ट्रॉनिक एंड मैन्टेनेश शाखा में सहायक अभियंता से लेकर मुख्य अभियंता तक के 135 पदों की कटौती की है वहीं दूसरी तरफ कार्मिक विभाग ने बड़ी चतुराई से कटौती किये गए पदों की एवज में लेखा, कार्मिक एवम अभियांत्रिकी की अन्य शाखाओं इलेक्ट्रॉनिक्स में पदों की बढ़ोतरी करवा ली है।
उन्होंने बताया कि इसी के विरोध में गुरुवार दोपहर 3 से 5 बजे तक वर्तमान में उत्पादन कर रही 1500 मेगावाट की परियोजना सहित सुपर क्रिटीकल थर्मल के ई एण्ड एम शाखा के अभियन्ता कार्य बहिष्कार करेंगे।
प्रदर्शन के दौरान अभियन्ता मुकेश शर्मा, राहुल शर्मा, सत्येंद्र भास्कर आदि ने विचार रखे एवम उत्पादन निगम प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द ही विभागीय डीपीसी तथा कटौती किये गए पदों का पुनः सृजन के साथ साथ अन्य शाखाओ में पदों में की गई बढ़ोतरी के अनुरूप पदों को नहीं बढ़ाया गया तो आंदोलन और उग्र होगा।