– नगर परिषद की अनदेखी से भारत माता चौक पर फव्वारा एक साल से बंद
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श्रीगंगानगर। शहर के ह्रदय स्थल कहे जाने वाले सुखाडिय़ा सर्किल पर भारत माता चौक का रंगीन फव्वारा पिछले एक साल से बंद है। नगर परिषद के जिम्मेदार अधिकारी इस फव्वारे के संचालन के संबंध में एक दूसरे को अधिक बताकर पल्ला झाड़ रहे है। रही कही कसर नगर विकास न्यास प्रशासन ने इस चौक पर एक सौ फीट ऊंचा तिरंगे लगाने के बाद मनमर्जी शुरू कर दी है। यह राष्ट्रीय ध्वज भी पिछले एक साल में महज दो महीने ही फहराया गया है, शेष दस महीने कोई न कोई कारण बताकर बिना अनुमति से उतरा दिया। पिछले साल सितम्बर के प्रथम सप्ताह में विधानसभा चुनाव पहले गौरव यात्रा पर आई तत्कालीन सीएम वसुंधरा राजे की नुक्कड़ सभा इसी सुखाडिय़ा सर्किल पर हुई थी तब नगर परिषद प्रशासन ने आनन फानन में भारत माता चौक और भारतीय सेना की वीरता के प्रतीक टैँक के आगे लगे दोनों रंगीन फव्वारों को संचालित किया था लेकिन तत्कालीन सीएम के दौरे के उपरांत नगर परिषद का एक ठेकेदार वहां लगाई पानी की मोटर को उखाड़ कर ले गया। इसके बाद वहां सफाई कराने के लिए नगरपरिषद अधिकारियों के पास फुर्सत नहीं है।
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श्रीगंगानगर। शहर के ह्रदय स्थल कहे जाने वाले सुखाडिय़ा सर्किल पर भारत माता चौक का रंगीन फव्वारा पिछले एक साल से बंद है। नगर परिषद के जिम्मेदार अधिकारी इस फव्वारे के संचालन के संबंध में एक दूसरे को अधिक बताकर पल्ला झाड़ रहे है। रही कही कसर नगर विकास न्यास प्रशासन ने इस चौक पर एक सौ फीट ऊंचा तिरंगे लगाने के बाद मनमर्जी शुरू कर दी है। यह राष्ट्रीय ध्वज भी पिछले एक साल में महज दो महीने ही फहराया गया है, शेष दस महीने कोई न कोई कारण बताकर बिना अनुमति से उतरा दिया। पिछले साल सितम्बर के प्रथम सप्ताह में विधानसभा चुनाव पहले गौरव यात्रा पर आई तत्कालीन सीएम वसुंधरा राजे की नुक्कड़ सभा इसी सुखाडिय़ा सर्किल पर हुई थी तब नगर परिषद प्रशासन ने आनन फानन में भारत माता चौक और भारतीय सेना की वीरता के प्रतीक टैँक के आगे लगे दोनों रंगीन फव्वारों को संचालित किया था लेकिन तत्कालीन सीएम के दौरे के उपरांत नगर परिषद का एक ठेकेदार वहां लगाई पानी की मोटर को उखाड़ कर ले गया। इसके बाद वहां सफाई कराने के लिए नगरपरिषद अधिकारियों के पास फुर्सत नहीं है।
इन स्थलों से भी गायब हो गए फव्वारे
इस तरह बीरबल चौक, अम्बेडकर चौक, इंदिरा चौक, चहल चौक, वकीलों वाली डिग्गी, ताराचंद वाटिका, नेहरू पार्क और विनोबा बस्ती पार्क में लाखो रुपए का बजट खर्च लगाए गए फव्वारा सिस्टम नाकारा हो गए है। इसमें कई तो चोरी भी हो गए लेकिन अब तक इसकी सार संभाल नहीं की है। पिछले साल राज्य के संयुक्त शासन सचिव और स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक की अगुवाई में उच्च स्तरीय जांच दल ने शहर का जायजा भी लिया था, तब इन अधिकारियों ने शहर के सभी फव्वारे को दुरुस्त कराने के आदेश भी किए थे। लेकिन इस टीम के आदेश को नगर परिषद प्रशासन ने डस्टबीन में डाल दिया गया।
इस तरह बीरबल चौक, अम्बेडकर चौक, इंदिरा चौक, चहल चौक, वकीलों वाली डिग्गी, ताराचंद वाटिका, नेहरू पार्क और विनोबा बस्ती पार्क में लाखो रुपए का बजट खर्च लगाए गए फव्वारा सिस्टम नाकारा हो गए है। इसमें कई तो चोरी भी हो गए लेकिन अब तक इसकी सार संभाल नहीं की है। पिछले साल राज्य के संयुक्त शासन सचिव और स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक की अगुवाई में उच्च स्तरीय जांच दल ने शहर का जायजा भी लिया था, तब इन अधिकारियों ने शहर के सभी फव्वारे को दुरुस्त कराने के आदेश भी किए थे। लेकिन इस टीम के आदेश को नगर परिषद प्रशासन ने डस्टबीन में डाल दिया गया।