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इस साल 73 करोड़ का बजट, पिछले साल 60 करोड़ था बजट, 13 करोड़ बढ़ाया

locationश्री गंगानगरPublished: Jun 16, 2021 11:12:30 pm

Submitted by:

surender ojha

This year budget of 73 crores, last year was 60 crores, increased by 13 crores- श्रीगंगानगर नगर विकास न्यास ने पारित किया बजट, चैयरमैन नहीं होने के कारण बजट खचज़् नहीं

इस साल 73 करोड़ का बजट, पिछले साल 60 करोड़ था बजट, 13 करोड़ बढ़ाया

इस साल 73 करोड़ का बजट, पिछले साल 60 करोड़ था बजट, 13 करोड़ बढ़ाया

श्रीगंगानगर. सूरतगढ़ बाइपास के पास नगर विकास न्यास की ओर से अधिग्रहित की गई 110 बीघा भूमि पर मध्यवगीज़्य परिवारों के लिए नई कॉलोनी गौतम बुद्ध नगर को विकसित करने पर करीब 11 करोड़ रुपए का बजट खचज़् किया जाएगा।
इस कॉलोनी में सड़कों का जाल, पानी निकासी के नालियां, विभिन्न पाकोज़् का निमाज़्ण कराया जा सकेगा। इस इस संबंध में बुधवार को यूआईटी की बजट बैठक में इस पर मुहर लगाई गई। न्यास सचिव डा.हरितिमा ने बताया कि यूआईटी ने वित्तीय वषज़् 2021-22 में 73 करोड़ रुपए का बजट का प्रावधान किया गया है।
इस बजट से यूआईटी की अधिकृत कॉलोनियों में विकास कायोज़् पर 4 करोड़ 40 लाख रुपए और कृषि भूमि पर बसी कॉलोनियों में विभिन्न निमाज़्ण कायज़् कराने पर 8 करोड़ रुपए खचज़् कराने की योजना बनाई है।
इसके अलावा सूरतगढ़ रोड पर राजकीय जिला चिकित्सालय से लेकर सूरतगढ़ बाइपास पर किसान चौक तक सड़क पर डिवाइडर निमाज़्ण पर यूआईटी बजट खचज़् करेगी।

हालांकि इस सड़क का निमाज़्ण पीडब्ल्यूडी करवाएगी। कोविड में संक्रमणरोधी दवा खरीद के लिए पांच लाख रुपए का बजट रखा है। विभिन्न पाकोज़् में ओपन जिम की स्थापना पर तीस लाख रुपए खचज़् होंगे।
नगर विकास न्यास प्रशासन ने वित्तीय वषज़् 2020-21 में 60 करोड़ 73 लाख 85 हजार रुपए का बजट पारित किया था।
लेकिन कोरोना काल के कारण 26 करोड़ 39 लाख 10 हजार रुपए का ही राजस्व मिल पाया। इस वजह से न्यास प्रशासन ने 19 करोड़ 72 लाख 88 हजार रुपए ही खचज़् किया। दूसरी वजह यह भी है कि न्यास में अध्यक्ष पद पर अभी तक राजनीतिक नियुक्ति नहीं हुई है। इस कारण अध्यक्ष का कायज़्भार अब जिला कलक्टर प्रशासक है। चैयरमैन नही होने के कारण बजट खचज़् नहीं हो पाया।
कृषि भूमि पर अवैध कॉलोनियों में मूलभूत सुविधाओं को लेकर आए दिन लोगों को परेशानी होती है। यहां तक कि सड़कों की मरम्मत के लिए भी न्यास प्रशासन से मिन्नतें निकालने पड़ती है जबकि न्यास प्रशासन के रेकाडज़् में संबंधित कॉलोनी का जिक्र नहीं होता।
इसका स्थायी समाधान करने के लिए अब प्रत्येक भूखंड की पहचान कर उसे रेकाडज़् में दजज़् कराया जाएगा। इसके लिए यूआईटी की ओर से सवेज़् कायज़् शुरू किया जाएगा।

मास्टर प्लान की तरह इस जोनल प्लान बनेगा। इसी वित्तीय वषज़् में न्यास की ओर से जोनल प्लान पर दो करोड़ रुपए की राशि खचज़् की जाएगी। अपनों पर खचज़् होगा सात करोड़ रुपए का बजट नगर विकास न्यास के अधिकारियों और कमज़्चारियों के वेतन के अलावा अन्य भते, बकाया ग्रेच्युटी पर करीब सात करोड़ रुपए का बजट खचज़् करने का प्रावधान रखा है।
इसके अलावा ऑफिस और प्रशासनिक व्यय के लिए अलग से राशि खचज़् की जाएगी। इधर, गुरुनानक बस्ती में लंबे समय से बंद पड़े एसटीपी की मरम्मत के लिए दो करोड़ रुपए का बजट खचज़् करने की योजना है। उधर, सफाई के पेटे नगर परिषद को यूआईटी अपने राजस्व में से पन्द्रह प्रतिशत राशि यानि एक करोड़ रुपए का भुगतान भी करेगी।
इस बजट मीटिंग में न्यास प्रशासन ने राजस्व जुटाने के लिए दो अक्टूबर से शुरू हो रहे प्रशासन शहरों के संग अभियान को भी शामिल किया है। इस अभियान में पट्टे बनाए जाएंगे। इससे न्यास को पन्द्रह से बीस करोड़ रुपए का राजस्व मिलने की उम्मीद है।
वहीं चक 5 ई छोटी में नौ बीघा भूमि सरकारी मेडिकल कॉलेज के लिए आवंटित करने के एवज में पन्द्रह करोड़ रुपए की राशि मिलेगी। वहीं बकाया लीज से ढाई करोड़ रुपए, विभिन्न भूखंडों के बेचान से पांच करोड़ रुपए, प्राइवेट कॉलोनियों से बाह्य विकास शुल्क से चार करोड़ रुपए, विकास शुल्क से डेढ़ करोड़ रुपए, मलबा फीस से साढ़े तीन करोड़ रुपए और इसके अलावा विभिन्न शुल्क के एवज में डेढ़ करोड़ कुल 73 करोड़ का राजस्व जुटाया जाएगा।
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