मंडी समिति का कहना है कि नई धानमंडी के प्रथम, द्वितीय और तृतीय ब्लॉक में तीन लाख थैले गेहूं पड़ा है। प्रतिदिन कम से कम 50 हजार थैले गेहूं का उठाव होना चाहिए। मंडी में ट्रैक्टर-ट्रॉली से गेहूं का उठाव होता है जिससे रफ्तार बहुत ही धीमी है।
सड़कें तक अनाज से अटी हुई
मंडी में शेड, पिड़ और सड़कें तक अनाज से अटी पड़ी है। इस कारण किसान, मजदूर और व्यापारी वर्ग को परेशानी हो रही है। ‘पत्रिकाÓ ने समस्या निराकरण के लिए रात को उठाव करने का सुझाव दिया है। उठाव ज्यादा होगा तो श्रमिकों को मजदूरी भी ज्यादा मिलेगी।
किसानों को लग रहा फटका
नई धानमंडी में गेहूं की ढेरी करने के लिए किसान को जगह नहीं मिल रही। समय पर गेहूं का न तो उठाव हो रहा है और न ही तौल। इस कारण किसान की गेहूं को थैलों में भरकर ढांग लगा रहे हैं। जिसके चलते किसानों को प्रति क्विंटल छह रुपए अतिरिक्त भुगतान करना पड़ रहा है। समय पर उठाव नहीं होने पर गेहूं में छीजत हो जाती है वह नुकसान अलग से है।
ट्रक से उठाव पर मिलेगी राहत
मंडी में गेहूं का अधिकांश उठाव ट्रॉली से किया जाता है। इसमें 52 थैले से ज्यादा लोड नहीं करने की बाध्यता भी है। इसके अलावा ऑनलाइन तुलाई की वजह से ट्रॉली खाली होने में समय लगता है। ट्रालियों की लंबी कतार के कारण यातायात व्यवस्था बिगड़ रही है।
इनका कहना है
नई धानमंडी में गेहूं का उठाव बहुत ही धीमी गति से हो रहा है। इस कारण किसान, मजदूर और व्यापारी वर्ग को परेशानी हो रही है। मंडी में अव्यवस्था हो रही है और यातायात व्यवस्था भी बिगड़ रही है।
-हनुमान गोयल, जिलाध्यक्ष,गंगानगर-हनुमानगढ़ व्यापार मंडल।
मंडी में गेहूं का उठाव बहुत ही धीमी गति से चल रहा है। इस कारण नई धान मंडी में अव्यवस्था हो रही है। बुधवार को 100 ट्रॉली और नौ ट्रक लगाकार 30 हजार थैले गेहूं का उठाव किया है लेकिन मंडी में अभी भी तीन लाख थैले गेहूं पड़ा है।
-शिव सिंह भाटी, सचिव, कृषि उपज मंडी समिति (अनाज)श्रीगंगानगर।
मंडी में गेहूं का उठाव बहुत ही धीमी गति से चल रहा है। इस कारण नई धान मंडी में अव्यवस्था हो रही है। बुधवार को 100 ट्रॉली और नौ ट्रक लगाकार 30 हजार थैले गेहूं का उठाव किया है लेकिन मंडी में अभी भी तीन लाख थैले गेहूं पड़ा है।
-शिव सिंह भाटी, सचिव, कृषि उपज मंडी समिति (अनाज)श्रीगंगानगर।