एसएस से उलझे यात्री…
ऐसा ही वाकया गुरुवार को भी सामने आया। करीब आधे-पौन घंटे तक लाइन में लगने के बावजूद ट्रेन आने तक काफी यात्री टिकट नहीं ले सके। इस दौरान एटीवीएम बंद होने से परेशानी और बढ़ गई। इससे कई यात्री मजबूरन बिना टिकट ही ट्रेन पर सवार हो गए। वहीं, कई यात्री टिकट लेने के बावजूद ट्रेन पर चढऩे से ही रह गए। मामले में उन्होंने स्टेशन अधीक्षक (एसएस) को अवगत करवाया लेकिन उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
…इसमें हमारा क्या कसूर ?
गुरुवार सुबह करीब दस बजे गाड़ी निकलने पर गांव रूपनगर निवासी सुखा राम (60) व उसकी पत्नी राधा देवी (55) टिकट लेकर जैसे ही प्लेटफार्म पर गए। गाड़ी उनके आगे-आगे निकल गई। उन्होंने हाथ हिलाकर चलती गाड़ी के गार्ड से रुकने का आग्रह किया। लेकिन गाड़ी नही रुकी। बाद में स्टेशन अधीक्षक हंसराज खटोड़ के समक्ष रोष जताया। उनका कहना था कि करीब पौन घंटे तक लाइन में लगे रहे लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिली। टिकट मिलने पर जैसे ही वे प्लेटफार्म पर आए तो गाड़ी निकल गई। उनका कहना था कि रेलवे स्टेशन के कुप्रबंधन की वजह से वे गाड़ी पर नहीं चढ़ सके। और अब उन्हें बस की कई गुणा महंगी यात्रा करनी पड़ेगी। मौके पर मौजूद अन्य यात्रियों ने बताया कि यहां अक्सर ऐसा होता है।
क्रासिंग के समय बड़ी परेशानी
सुबह करीब पौने दस बजे श्रीगंगानगर व सूरतगढ़ जाने वाली पैसेंजर गाडिय़ों का क्रॉस यहीं पर होता है। इस समय यात्रियों की संख्या दूसरी गाडिय़ों के समय की अपेक्षाकृत अधिक होती है। जानकारी अनुसार यह संख्या पांच सौ से छह सौ के बीच है। एक ही खिड़की पर महिलाओं व पुरुषों को टिकट लेने में परेशानी होती है। कई बार धक्का-मुक्की में लड़ाई-झगड़ा भी हो चुका है।
20 मई को होगा धरना…
‘टिकट वितरण व्यवस्था सुचारू करने व अन्य रेल समस्याओं के निराकरण के लिए रेल संघर्ष समिति ने कई बार ज्ञापन सौंपे हैं। डीआरएम तक अवगत करवाया है। कई बार अस्थाई रूप से दूसरी खिड़की खोली भी गई लेकिन नियमित सुविधा नहीं मिलने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। व्यवस्थाएं सुधारने की मांग को लेकर 20 मई को रेलवे स्टेशन पर धरना लगाया जाएगा।’
बलदेव सैन, संयोजक रेल संघर्ष समिति श्रीकरणपुर।
‘निर्माण कार्य के चलते अस्थाई टिकट खिड़की स्थापित की गई है। इसलिए दूसरी खिड़की नहीं खोली जा सकती। पिछले पांच दिन से एटीवीएम (ऑटोमैटिक टिकट वेंडिग मशीन) की फेसिलिटेटर नहीं आ रही। इससे टिकट लेने में परेशानी होने के साथ लंबी लाइन लगना स्वभाविक है। यथासंभव टिकट वितरण की व्यवस्था सुचारू रखने के प्रयास किया जाता है।’
हंसराज खटोड़, स्टेशन अधीक्षक, श्रीकरणपुर।