ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने बताया कि कुछ माह पहले भी कंपनी की ओर से शहर में कई जगह ट्रेफिक लाइटों को सही करके चालू कर दिया गया था लेकिन उनका समय सही निर्धारित नहीं हो सका था। इसके चलते वे कोई काम नहीं आ सकी। पहले भी तीन बार ट्रैफिक लाइटें इसलिए ही फेल हो चुकी हैं। ट्रैफिक के आवागमन को लेकर ट्रैफिक लाइटों का एक चौराहे पर ही अलग-अलग समय निर्धारित करना पड़ेगा। जो ट्रैफिक पुलिसकर्मियों व कंपनी के कर्मचारियों की मौजूदगी में ही संभव होगा। यदि ट्रैफिक लाइट का समय निर्धारण वहां से निकलते वाले ट्रैफिक के अनुसार नहीं होता है तो वहां जाम की स्थिति बन सकती है। अब बीरबल चौक पर ही सुखाडिया सर्किल से लक्कडमंडी रोड की तरफ ट्रैफिक का भार अधिक रहता है। जबकि इंदिरा चौक से मटका चौक की तरफ छोटे वाहनों व बसों का ही ट्रैफिक रहता है। इसके चलते यहां दोनों तरफ का लालबत्ती होने का समय निर्धारण करना पड़ेगा। तभी ट्रैफिक लाइट से यातायात संचालन सफल हो सकेगा।
अभी एक चौराहे पर ही हो सकी शुरू – ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने बताया कि कंपनी की ओर से अभी बीरबल चौक पर ही ट्रैफिक लाइट शुरू की गई है। जहां ट्रैफिक लाइट का ट्रायल चल रहा है। अभी तक अन्य चौराहों पर ट्रैफिक लाइटें चालू नहीं हो पाई है। जब सभी चौराहों पर ट्रैफिक लाइट चालू होगी तो यातायात दबाव का अंदाजा हो सकेगा।
इनका कहना है – कंपनी की ओर से अभी केवल बीरबल चौक पर ही ट्रैफिक लाइट शुरू की है। जहां ट्रायल चल रहा है। अभी यहां का यातायात को देखते हुए समय सही निर्धारित नहीं हो पाया है। लालबती होने का समय सही निर्धारण होने के बाद ही पता चल सकेगा।
सुशील कुमार, यातायात प्रभारी श्रीगंगानगर।