scriptट्रेन में संदिग्ध बैग को लेकर 12 घंटे तक मची रही अफरातफरी, विस्फोटक के बजाय निकली सोना गलाने की छड़े | Twelve hours of suspicious bag in the train, the furious blasts, inste | Patrika News

ट्रेन में संदिग्ध बैग को लेकर 12 घंटे तक मची रही अफरातफरी, विस्फोटक के बजाय निकली सोना गलाने की छड़े

locationश्री गंगानगरPublished: Jul 18, 2019 12:18:31 am

Submitted by:

Raj Singh

नांदेड़ एक्सप्रेस ट्रेन की बोगी में मिला था संदिग्ध बैग
 

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ट्रेन में संदिग्ध बैग को लेकर 12 घंटे तक मची रही अफरातफरी, विस्फोटक के बजाय निकली सोना गलाने की छड़े

श्रीगंगानगर. नांदेड़ एक्सप्रेस ट्रेन की एक बोगी में मंगलवार रात करीब साढ़े ग्यारह बजे मिले संदिग्ध बैग में विस्फोटक सामग्री होने की आशंका से 12 घंटे तक अफरातरफी मची रही। यहां ट्रेन की बोगी को स्टेशन से दूर ले जाकर खड़ा किया गया। जहां आरपीएफ, जीआरपी, स्थानीय पुलिस, प्रशासन, दमकल, चिकित्सा टीम मौके पर लगा दी गई। (crime)
बुधवार सुबह भारी जाब्ता बोगी के पास पहुंच गया। यहां कुछ सैन्यकर्मियों ने भी बोगी में जाकर बैग की जांच की। बाद में बीकानेर से आए सीआईडी के बम निरोधक दस्ते ने बैग की तलाशी ली तो उसमें कोई विस्फोटक सामग्री नहीं मिली। बैग में जेवर गलाने के काम आने वाले छड़े मिली। (train) जिनको पुलिस को सौंप दिया गया। इसके बाद ही पुलिस व प्रशासन ने राहत की सांस ली।
मंगलवार रात करीब साढ़े ग्यारह बजे नादेड एक्सप्रेस ट्रेन स्टेशन पर पहुंची थी। जहां सभी सवारियां उतरने के बाद जीआरपी व आपीएफ जवानों की ओर से ट्रेन की नियमित तलाशी ली गई। कई बोगियों के की जांच करता हुए आरपीएफ सिपाही गजेन्द्र सिंह जब एक बोगी में पहुंचा तो वहां सीट के नीचे बैग रखा हुआ था। सिपाही ने बैग को मुश्किल से सीट के नीचे से निकाला और मोबाइल टॉर्च की रोशनी में खोलकर देखा तो उसमें छडनुमा सामान भरा हुआ था, जिसका वजन भी करीब 15-20 किलोग्राम रहा। छड़े पैकेटों में अच्छी तरह लगाई हुई थी। (sriganganagar) सिपाही ने मामले से अधिकारियों को अवगत कराया।
आरपीएफ व जीआरपी अधिकारी भी वहां पहुंच गए और जांच की। जांच में संदिग्ध बैग में विस्फोटक छड़े होने का अंदेशे के चलते पुलिस अधिकारियों को सूचित किया गया। मौके पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंच गए। पुलिस को अंदेशा था कि यह छड़े जिलेटिन आदि विस्फोटक सामग्री रखी है। रात को ही रेलवे अधिकारियों ने बोगी को ट्रेन से हटवाकर स्टेशन से दूर वाशिंग लाइन में खड़ा करवा दिया। बैग में छड़ों पर बंगलूरू की कंपनी की मोहर लगी हुई है।
जिसके बारे में इटरनेंट आदि पर जांच की गई। बोगी के चारों तरफ क्यूआरटी तैनात कर दी गई। यहां दमकल, गृह रक्षादल, चिकित्सा टीम सहित पुलिसकर्मी व कई अधिकारी मौके पर ही डेरा डाले रहे। बुधवार सुबह होते ही यहां पुलिस, प्रशासनिक सहित अन्य विभागों के अधिकारी पहुंच गए। संदिग्ध बैग में विस्फोटक होने की जानकारी सेना के अधिकारियों को दी गई। मौके पर सेना के कुछ लोग पहुंचे और बोगी में जाकर बैग की जांच की।
जांच के बाद बम निरोधक दस्ता लाने के लिए चले गए। इसी दौरान अधिकारियों ने बीकानेर आईबी का बम निरोधक दस्ते को भी सूचित किया हुआ था। बीकानेर से आईबी का बम निरोधक दस्ता डॉग स्क्वॉयड के साथ एसआई विक्रम सिंह के नेतृत्व में करीब सवा ग्यारह बजे यहां पहुंच गया। बम निरोधक दस्ते के पुलिसकर्मियों ने बोगी में जाकर पांच मिनट तक जांच की और बता दिया कि इसमें कोई विस्फोटक सामग्री नहीं है। इसके बाद बारह घंटे चल रहा घटनाक्रम समाप्त हुआ और अधिकारियों व पुलिसकर्मियों ने राहत की सांस ली।

मौके पर पहुंचे ये अधिकारी

– सूचना मिलने के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र सिंह राठौड़, सीआईडी जोन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दीक्षा कामरा, सीओ सिटी इस्माइल खान, एसडीएम मुकेश बारहठ, एसडीएम वीरेन्द्र सिंह, जीआरपी सीओ जेपी यादव, जीआरपी थाना प्रभारी नेहा राजपुरोहित, आरपीएफ थाना प्रभारी बीरबल यादव, क्यूआरटी प्रभारी सुरजीत सिंह, बीएसएफ के अधिकारी, इंटेलीजेंस ब्यूरो के अधिकारी, मिलिट्री इंटेलीजेंस अधिकारी सहित अन्य पुलिसकर्मी मौजूद थे। बाद में जीआरपी जोधपुर पुलिस अधीक्षक ममता राहुल बिश्नोई ने स्टेशन का दौरा किया और थाने में पुलिसकर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

क्या हैं बैग में मिली छड़े

– अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि ट्रेन की बोगी में मिली छर्डें बंगलुरू की सिलकॉर्ब कंपनी बनाती है। यह छड़े सोना-चांदी गलाने के कार्य में ली जाती है। जो कार्बाइड धातु से बनी है। जिसमें बड़ी छड़े 50 व 146 छोटी छड़े मिली है। जिनको 102 में जब्त कर लिया गया है। यह कोई विस्फोटक सामग्री नहीं है। इसके अलावा स्क्रेप लगाने के दौरान भी काम लाई जाती है।
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