कोरोना की दूसरी लहर काफी खतरनाक साबित हुई थी, जिसको देखते हुए वैक्सीनेशन शुरू हुआ था। लोगों ने वैक्सीनेशन के कार्यक्रम में काफी उत्साह के साथ भाग लिया और वैक्सीनेशन सेंटरों पर लोगों की भीड़ उमड़ गई। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए प्रत्येक व्यक्ति को वैक्सीन लगवाने की जल्दी लगी हुई है। वहीं स्कूल, कॉलेज खुल चुके हैं और सभी पाबंदियां भी हट गई है।
वैक्सीन लगवाने में महिलाएं भी नहीं पीछे
– जिले में वैक्सीनेशन के आंकड़ों को देखा जाए तो पुरुषों के साथ ही वैक्सीन की डोज लगवाने में महिलाएं भी पीछे नहीं है। जिले में पहली व दूसरी डोज 15 लाख 70 हजार लग चुकी है। इसमें पुरुषों की संख्या 8 लाख 23 हजार है और महिलाओं की संख्या 7 लाख 46 हजार पहुंच गई है। वैक्सीनेशन में सबसे ज्यादा कोविशील्ड 14 लाख 20 हजार लोगों व कोवैक्सीन करीब डेढ़ लाख लोग लगवा चुके हैं।
50 फीसदी से ज्यादा 18 से 44 साल के लोगों को लगी
– जिले में अब तक हुए वैक्सीनेशन के आंकड़ों के अनुसार 18 से 44 साल की आयु के लोगों को सबसे ज्यादा वैक्सीन की डोज 8 लाख 8 हजार लग चुकी है। जबकि 45 से 60 साल की आयु वर्ग के लोगों को 4 लाख 45 हजार डोज लगी है। इसी के तहत सबसे कम डोज 60 साल की आयु के ऊपर के लोगों को लगी। साठ साल की आयु से ऊपर के लोगों को 3 लाख 16 हजार डोज लग चुकी है।
इनका कहना है
– जिले में वैक्सीनेशन का टारगेट करीब-करीब पूरा होने को है। इससे लोग कोराना वायरस से सुरक्षित होते जा रहे हैं। इसके चलते ही जिले में कोई केस नहीं आ रहा है। दूसरी डोज लगने के बाद इम्यूनिटी का स्तर बढ़ जाता है। ऐसे में कोई वायरस शरीर पर अटैक नहीं कर सकता है। वैक्सीन की पहली डोज लगने के बाद काफी हद तक हम सुरक्षित हो गए हैं।
डॉ. प्रेम बजाज, डिप्टी कंट्रोलर राजकीय चिकित्सालय श्रीगंगानगर
– वैक्सीन की खेप लगातार मिलती रहे तो प्रथम डोज का टारगेट जल्द ही पूरा हो जाएगा। जयपुर से करीब एक लाख डोज मांगी गई है। एक-दो दिन में डोज आने के बाद फिर वैक्सीनेशन में तेजी आएगी।
– डॉ. एचएस बराड, वैक्सीन प्रभारी एवं आरसीएचओ श्रीगंगानगर