इस डेमो को देखकर एेसा लगा कि अपराधियों को निपटाने में यह टीम अब बीएसएफ और सेना की तरह चुस्त और फुर्तीली है। प्रशिक्षित कमाण्डों ने अपने हथियारों के साथ साथ आंतकी सोच को ध्वंस्त करने के लिए अपना शौर्य का प्रदर्शन किया। पुलिस लाइन में गुरुवार दोपहर साढ़े बारह बजे आरएएसी के विशेष कमाण्डों की ओर से गठित एमरजेंसी रिस्पॉस टीम की ओर से आंतकी को पकडऩे या उनको ढेर करने के लिए यह डेमो दिखाया गया।
इस मॉक ड्रिल के साक्षी के रूप में पुलिस अधीक्षक हरेन्द्र कुमार महावर और सीओ सिटी तुलसीदास पुरोहित थे। जिले में सूचना मिलते ही कमांडो करेंगे कार्रवाई पुलिस अधीक्षक महावर ने बताया कि आरएएसी के १९ जवानों को प्रशिक्षित कर इस टीम में शामिल किया गया है। यह एमरजेंसी रिस्पॉस टीम आंतकवादी या कुख्यात अपराधियों के बारे में सूचना मिलते ही मौके पर स्थानीय पुलिस के साथ जाएगी और वहां अपनी कार्रवाई करेगी। एसपी ने बताया कि इस टीम को आधुनिक हथियारों के साथ लैस किया गया है।
इसके अलावा इस टीम के पास एेसे संसाधन उपलब्ध कराए है जो किसी भी स्थिति में अपराधियों से निपटने के लिए अपनाएं जाएंगे। कंपनी कमाण्डर पुष्पेन्द्र सिंह के साथ १९ कमाण्डों शामिल है। यह टीम पूरे जिले में किसी भी सूचना पर मौके पर तत्काल पहुंचेगी और वहां स्थिति को नियंत्रित करेगी।
इसलिए हमारे जिले को मिली यह टीम सीओ सिटी पुरोहित ने बताया कि पंजाब से पिछले दिनों कुख्यात अपराधियों के इलाके में रहने के बाद पंजाब पुलिस ने मुठभेड की थी, तब हमारे पास यह टीम होती तो एनकाउण्टर जैसी कार्रवाई कर सकते थे। पंजाब और अन्तरराष्ट्रीयसीमा पास होने के कारण जिले में पुलिस के साथ साथ एेसे कमाण्डों की जरुरत थी। पुलिसमुख्यालय से हमारे जिले में इस टीम को बीकानेर से भेजा है। यह टीम अब पुलिस लाइन में एसपी के निर्देश में रहेगी।