करीब २७ वर्षीय पंकज सोनी पुत्र साहबराम श्रीगंगानगर के इंदिरा कॉलोनी की गली नम्बर तीन का रहने वाला था। वह सोने चांदी का काम करता था। पंकज हर बुधवार को श्रीगंगानगर से सादुलशहर में सोने चांदी कारोबारियेां के यहां गहने की सप्लाई देता था। इसके बदले चांदी मेहनाता और चांदी वह लाता जिससे गहने बनाने थे। हर सप्ताह बुधवार को उसका सादुलशहर का टूर तय किया हुआ था। इस बात सादुलशहर में हमलावरों को मिली थी, जैसे ही वह शाम करीब छह बजे सादुलशहर से रवाना हुआ तो उसके पास एक बैग था, जिसमें छह किलोग्राम चांदी थी। इस चांदी को लूटने के लिए हमलावरों नेयह साजिश रची थी। लेकिन पंकज के साथ एेसा झगड़ा हो गया कि नौबत हत्या तक पहुंच गई।
इधर, लालगढ जाटान थाना प्रभारी गुरमेल सिंह और सीओ ग्रामीण दिनेश कुमार कीअगुवाई में टीमों ने अलग अलग क्षेत्रों में हमलावरों का सुराग ढूंढने के लिए दबिश की है। बुधवार रात अंधेरा होने के कारण हमलावरों का सुराग नहीं मिला था, इस कारण गुरुवार सुबह से दोपहर तक इन दोनेां टीमों को फिर से लगाया गया है। इस हमले से इलाके में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे है कि पुलिस अधिकारियों के परिजन जब सुरक्षित नहीं है तो फिर आम आदमी की सुरक्षा किसके हवाले है। इस घटना से हुई किरकिरी को साफ करने के लिए एसपी ने पूरे इलाके में नाकाबंदी भी की है।