गौरक्षा दल से जुड़े उदित शर्मा ने बताया कि गांव चार एलसी-ए में पेयजल भंडारण के लिए वर्षों पूर्व डिग्गी बनायी गई थी। पिछले करीब चार-पांच वर्षों से इसका उपयोग नहीं होने के कारण इसमें अपशिष्ट युक्त पानी भरा हुआ था। बुधवार रात को दो सांड आपस में लड़ रहे थे। इस दौरान एक सांड संतुलन खो बैठा एवं पानी से भरी करीब पचास फीट गहरी डिग्गी में जा गिरा। पानी की डिग्गी में सांड के गिरने की जानकारी मिलने पर गौरक्षा दल अन्य ग्रामीण मौके पर पहुंचे एवं बचाव कार्य प्रारंभ किया।
रात्रि करीब दो बजे तक चले प्रथम चरण के बचाव कार्य के दौरान सांड को निकालने में सफलता नहीं मिलने पर गुरुवार सुबह करीब चार बजे जेसीबी मशीन की मदद से डिग्गी के एक किनारे को तोड़ वैकल्पिक रास्ता तैयार कर सांड को सकुशल बाहर निकाला गया। जिसके बाद सभी ने राहत की सांस ली। वहीं डिग्गी में सांड के गिरने एवं ग्रामीणों की ओर से रात को प्रारंभ किये गये बचाव कार्य की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय पुलिस थाने से सहायक पुलिस उपनिरीक्षक कालूराम, दिनेश मील एवं अन्य पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंचे एवं ग्रामीणों की मदद की।