बहू को घर छोड़ पड़ोसी संग फरार हुई सास वहीं तापमान में कमी नहीं होने से सरसों की बुवाई कम हुई है तथा दिन में तापमान अधिक रहने से किसान चिंतित भी नजर आ रहे हैं। फिर भी करीब एक माह पहले बोई जा चुकी फसल में किसान ङ्क्षसचाई में जुटे हैं। इस बार मौसम प्रतिकूल होने की वजह से फसल प्रभावित हो रही है। किसानों ने बातचीत के दौरान बताया कि सरसों व गेहूं की फसल में तापमान 10 से 15 डिग्री बेहतर होता है, परन्तु अभी दिन का तापमान ज्यादा है, यदि इतना ही तापमान रहा तो सरसों की फसल में फलियों पर दाना छोटा रहने की सभावना है।
#Crime अंतर्राज्यीय डकैती गैंग के मुखिया सहित दो पकड़े, रिमांड पर दूसरी ओर इस साल अभी तक मौसम फसलों के लिए प्रतिकूल नहीं कहा जा सकता। यदि आने वाले दिनों में दिन के तापमान में कमी व धुंध नहीं आई तो फसल की उपज में कमी आने की संभावना है। वहीं इलाके के किसानों का कहना है कि फिलहाल मौसम की बेरूखी है, लेकिन उन्हें ईश्वर पर पूरा भरोसा है। तापमान में जल्दी ही मौसम में बदलाव आने की उम्मीद किसानों को है। गांव पतरोड़ा क्षेत्र के किसानों ने बताया की यदि नहरों में पानी चलता रहा तथा सरकार ने 1 की बजाए 2 समूह में नहर में पानी दिया तो खेत धान से लबालब होंगे।