तालाबंदी व धरने के बाद ग्रामीणों के उपजे गुस्से पर शिक्षा विभाग ने पांच-दस दिनों के लिए अध्यापक प्रतिनियुक्ति पर लगाये भी, पर स्थाई नहीं हुए। ग्रामीणों की कहीं सुनवाई नहीं होने पर शुक्रवार को केन्द्रीय जल संसाधन राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल के बीकानेर दौरे की भनक लगने पर दर्जन भर ग्रामीणों ने बीकानेर पहुंच कर ज्ञापन दिया।
गांव के भाजपा किसान मोर्चा अध्यक्ष दिलावर पन्नू, युवा बोर्ड सदस्य कुलदीप चौधरी के नेतृत्व में राधेश्याम, पूर्णराम, मिलखीराम, रामेश्वर, देशरज, पप्पूराम, प्रेमलाल आदि ग्रामीणों ने केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री को चार साल से उच्च माध्यमिक विद्यालय में पद रिक्त पड़े होने की जान पर बालिका शिक्षा के लिए घातक बताया।
ग्रामीणों का आरोप है कि शिक्षा विभाग की हठधर्मिता के कारण स्कूल में तीन सौ छात्र से कम संख्या रह गई है। ग्रामीणों ने बताया कि बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम निम्न स्तर का रहा है। वर्तमान में सात शिक्षकों व प्राचार्य के पद रिक्त पड़े होने की जानकारी देते हुए ग्रामीणों ने दो टूक शब्दों में मत्री को चेताया कि सरकार शिक्षकों के रिक्त पद शीघ्र भरे वरना क्रमोन्नत किए जा चुके विद्यालय को पुन: आठवीं तक का कर दें।
अध्यापकों के अभाव में सम्पन्न लोगों ने अपने बच्चों को अन्यत्र कस्बों में प्रवेश करवा दिया जबकि गरीब व दलित लोगों के बच्चों को मजबूरी में बिना अध्यापकों के परीक्षाएं देनी पड़ रही है । इस कारण दसवीं व बाहरवीं कक्षाओं का रिजल्ट खराब रह रहा है। भाजपा किसान मोर्चा अध्यक्ष पन्नू के अनुसार ग्रामीणों ने समस्या का समाधान धरना-प्रदर्शन करने के बावजूद नहीं होने पर रोष जताया। केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री ने ग्रामीणों की समस्या को सुन कर शिक्षा विभाग को लिखित अनुशंसा पत्र भेजा है। केन्द्रीय मंंत्री ने आगामी दिनों में शिक्षकों की नियुक्ति का आश्वासन दिया है।