सवा साल बाद भी फसल बीमा राशि नहीं मिलने से आक्रोशित सीमा पर बसे गांव नग्गी के ग्रामीणों ने गुरुवार को न्याय आपके द्वार शिविर का बहिष्कार कर दिया। सुबह साढ़े दस बजे से शाम करीब पांच बजे तक विभिन्न विभागाधिकारियों की मौजूदगी में ग्रामीण व प्रशासनिक अधिकारी वार्ता करते रहे। लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। आखिरकार ग्रामीणों ने पांच दिन में मामला नहीं सुलटने पर तहसील के घेराव की चेतावनी दी।
पहुंचे अधिकारी, फूटा आक्रोश
सीमावर्ती गांव नग्गी में किसानों व अन्य कई समस्याओं का निराकरण नहीं होने से रोषित ग्रामीणों ने अटल सेवा केन्द्र पर ताला जड़ दिया। और धरना लगाकर बैठ गए। सुबह करीब साढ़े दस बजे तहसीलदार अमरसिंह भनखड़ पहुंचे तो वहां उनका आक्रोश फूट पड़ा। तहसीलदार ने उसी समय जिला प्रशासन को सूचना देने के साथ बीडीओ सुखमिंद्र सिंह, उपनिदेशक (कृषि) सतीश शर्मा, सहायक निदेशक धर्मवीर डूडी, जलदाय विभाग के एईएन भजनलाल यादव व विद्युत विभाग के जेईएन राजेश मीणा आदि को मौके पर बुलाकर समझाइश के प्रयास किए लेकिन ग्रामीण अपनी बात पर अड़े रहे।
अधिकारी दे रहे मीठी गोली!
गंगानगर किसान समिति (जीकेएस) के जिला संयोजक रणजीतसिंह राजू ने तहसीलदार को बताया कि पिछले साल 5 अप्रेल को वहां ओलावृष्टि हुई। इससे गेहूं, जौ व चने की फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई। तहसील प्रशासन ने भी इस संबंध में यही रिपोर्ट दी थी। राजू ने कहा कि क्षेत्र के करीब चार सौ प्रभावित किसान मुआवजे के लिए जिला कलक्टर से लेकर अन्य प्रशासनिक अधिकारियों व बैंकों में चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन महज मीठी गोली देने के अलावा कोई कार्रवाई नहीं हो रही।
राजू ने आरोप लगाया कि फसल बीमा का प्रीमियम तो उनके खाते से सीधा काट लिया गया लेकिन मुआवजा देने के लिए कोई आगे नहीं आ रहा। मौके पर पंचायत समिति प्रधान अमृतपालकौर बराड़, अवतारसिंह बराड़, सरपंच बलराजसिंह डीसी, कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष गुरचरण सिंह, जिला परिषद सदस्य युवरेन्द्रसिंह यूरी, गंगानगर किसान समिति के तहसील अध्यक्ष राजेन्द्रसिंह बुर्जवाला, समीर साहू, पंचायत समिति डायरेक्टर बुधराम, वार्ड पंच शिवभगवान मेघवाल, बबलू झोरड़ व साहबराम मेघवाल सहित करीब तीन सौ ग्रामीण मौके पर मौजूद थे। ग्रामीणों ने गांव में बिगड़ी जलापूर्ति सुचारू करने, शराब का ठेका हटाने, मनरेगा कार्य में नियमितता, आवास योजनाओं में किस्तों की राशि दिलाने व श्रम विभाग की योजनाओं के तहत लाभार्थियों को राशि दिलाने की मांग की।