अरोड़ा समाज के लोग भी वहां गिनती के पहुंचे। इस बीच भाजपा प्रत्याशी विनीता आहुजा का कहना था कि यह टिकट उनकी जनसेवा को देखते हुए एक गिफ्ट के रूप में मिला है। वह पिछले सौलह सालों से पार्टी के लिए काम कर रही है। विकलांग बच्चों की सेवा से इलाके में पहचान मिली है।
आहुजा का दावा है कि पार्टी हाईकमान ने मुझ पर भरोसा किया है। इस नई जिम्मेदारी को निभाने का प्रयास करूंगी और इलाके की जनता केसाथ मिलकर नए कार्य कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
पदमपुर क्षेत्र गांव 4 जेजे में पीहर विनीता का जन्म पदमपुर क्षेत्र गांव 4 जेजे में सुंदरमल चावला और यमुना के घर हुआ। उनकी शादी 16 सितम्बर 1987 को डा.़दर्शन आहुजा के साथ हुई थी। उनके पति सुखाडिय़ानगर में जुबिन नर्सिग होम के संचालक है।
इस दपंती ने अपने काम के बलबूते पर एक जीएन नर्सिग कॉलेज भी खोल रखा है। स्पास्टिक बच्चों के लिए इस चिकित्सक की विशेष पहचान है। मुख्यमंत्री वसुंधराज राजे ने आठ सितम्बर को गौरव यात्रा के दौरान केएलएम रिसोर्ट में इन स्पास्टिक बच्चों के कार्यक्रम में विनीता आहुजा के कार्यो को सराहया था। तब से इस 56 वर्षीय महिला को टिकट देने की तैयारी हो गई थी।