पंजाब सिंचाई विभाग के अधिकारी सांसद निहालचंद को इस स्थिति से अवगत करवा चुके हैं। सांसद ने 26 दिसम्बर को हरिके हैडवक्र्स के आसपास नहर का निरीक्षण किया था और दोनों नहरों के कॉमन बैंक में आए कटाव की जगह को भी देखा। इस दौरान उनके साथ रहे पंजाब सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने स्पष्ट कह दिया कि फिरोजपुर फीडर व राजस्थान फीडर में जल प्रवाह के चलते कॉमन बैंक की मजबूती से मरम्मत करना संभव नहीं। अब तक जो मरम्मत हुई है, उसमें 8500 क्यूसेक से ज्यादा पानी प्रवाहित करना संभव नहीं होगा। अगर ज्यादा पानी छोड़ा गया तो कॉमन बैंक धराशायी हो सकता है। पंजाब के अधिकारी यह जोखिम किसी भी सूरत में नहीं लेंगे।
भाखड़ा पर भी असर पंजाब सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मरम्मत के लिए बंदी नहीं ली गई तो सरहिंद फीडर से भाखड़ा को मिलने वाले पानी में भी कमी आ जाएगी। अभी इस नहर को 1200-1300 क्यूसेक पानी देने की स्थिति है। लेकिन बंदी लेकर मरम्मत नहीं की गई तो भाखड़ा को भी 700-800 क्यूसेक से अधिक पानी देने की स्थिति नहीं रहेगी।