गुरूवार की देर शाम को लगभग साढ़े 7 बजे मौसम ने अचानक पलटा खाया तथा आसमान में चारों ओर धूल के गुब्बार छाए गए तथा बाद में आंधी चल पड़ी, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। आंधी के बाद कुछ ही देर में आसमान में अचानक काले बादल छा गए और बूंदाबांदी शुरू हो गई। इससे पूर्व पिछले कुछ दिनों से लगातार बढ़ते तापमान की वजह से क्षेत्र में उमस भरा वातावरण बनता जा रहा था और भयंकर गर्मी का सामना आमजन को करना पड़ रहा था।
एक सप्ताह से सूर्य देवता के तीखे तेवरों ने बाहर निकलना ही मुश्किल कर दिया था। आज शाम को अचानक मौसम में परिवर्तन होने से लोगों ने राहत की सांस ली और कुछ हद तक गर्मी का असर कम हुआ। समाचार लिखे जाने तक बूंदाबांदी चल रही थी और काले बादल छाए हुए थे।
अचानक उठे राख के गुब्बार से जनजीवन प्रभावित
सूरतगढ़ थर्मल।
अचानक उठे राख के गुब्बार से लोगो को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा एवम सांस लेने में दिक्कत महसूस हुई। गुरुवार शाम सात बजे के करीब सूरतगढ़ तापीय परियोजना की आवासीय कॉलोनी सहित आस पास के ग्रामीण इलाकों में अचानक से उठे राख के गुब्बार से आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। परियोजना के बाहर बने ऐश डाइक से उड़ कर आये राख के गुब्बार के कारण लोगो को सांस लेने में दिक्कत हुई।करीब एक घण्टे तक छाये राख के गुब्बार से चारो तरफ अंधेरा छा गया। जिसके कारण वाहन चालकों को हैड लाइट जलाने के बाद भी वाहन चलाने में परेशानी हुई।