बादलवाही से गिरा तापमान, धूल ने किया परेशान
धूल के कारण अधिकांश लोगों को सड़कों पर चलने में भी परेशानी आई। ज्यादा समस्या साइकिल चालको को आई। विशेषज्ञों के अनुसार पश्चिमी हवा का असर इलाके में इस कदर बढ़ा है कि पूरा क्षेत्र ही धूल भरी हवा की चपेट में आ गया है। पश्चिमी राजस्थान में रेतीले इलाके से चली इस हवा से अगले चौबीस घंटे में निजात मिल सकती है। इस दौरान यदि पूर्वी हवा चलती है तो यह धूल के असर को कम कर देगी।
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स्थानीय परिस्थितियों से बदल सकता है मौसम
स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी एमएल रिणवां के अनुसार पश्चिमी राजस्थान का अधिकांश इलाका रेगिस्तानी होने से वहां से उठी धूल ने पूरे इलाके को चपेट में ले लिया। इसी का असर श्रीगंगानगर पर भी है। अब अगले चौबीस घंटे में पूर्वी हवा चलने से धूल से राहत मिल सकती है। इसके साथ ही कुछ स्थानीय मौसम संबंधी परिस्थितियां भी ऐसी बन रही हैं कि पूर्वी हवा चलने की संभावना मजबूत हुई है। यह गर्मी से राहत दे सकती है।
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यह रहा तापमान
इस बीच गुरुवार को अधिकतम तापमान 41.0 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 31.5 डिग्री सेल्सियस रहा। हवा में नमी सुबह 52 प्रतिशत तथा शाम को 32 प्रतिशत रही।