पूर्व पार्षद पवन गौड़ की पत्नी बबीता गौड़ पार्षद चुनी गई थी, सभापति के चुनाव में भाजपा की प्रत्याशी के रूप में भाग्य जमाया था, गौड़ के पक्ष में 31 पार्षदों ने वोटिंग की थी जबकि कांग्रेस की करुणा चांडक के पक्ष में 34 पार्षदों ने वोट दिए थे, ऐसे में चांडक सभापति बन गई थी।
इस राजनीतिक द्वेषता की वजह से नगर परिषद प्रशासन ने गौड़ के वार्ड में कचरा उठाव के टैम्पों बंद कर दिए तो टै्रक्टर ट्रॉलियां भी नहीं भिजवाई। इस बीच ठेकेदार राजू गेरा ने नगर परिषद से शहर के कचरा उठाव का ठेका लिया, उसने भी वार्ड में कचरा उठाव के वाहन नहीं भिजवाएं तो शिकायतों का अंबार लगना शुरू हो गया।
विवाद इतना बढ़ा कि गौड़ ने ठेकेदार की ओर से कराए जा रहे निर्माण कार्यो में रही धांधली को उजागर किया। इस पर तैश में आए ठेकेदार ने इस वारदात को अंजाम दिया।
इस मामले में व्यापारियों और विभिन्न संगठनों की संयुक्त बैठक सोमवार शाम को पंचायती धर्मशाला में हुई। इसमें गौड़ के हमलावरो को तत्काल गिरफ्तार करने के लिए मंगलवार शाम चार बजे नगर परिषद परिसर से पुलिस अधीक्षक कार्यालय तक रोष मार्च निकालकर प्रदर्शन किया जाएगा।
इसके बावजूद कोई एक्शन नहीं होने पर बुधवार को बाजार बंद कराया जाएगा। इस बैठक में संयुक्त व्यापार मंडल के अध्यक्ष तरसेम गुप्ता, भूरामल स्वामी, जयदीप बिहाणी, अधिकांश मौजूदा पार्षदों के अलावा विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी मौजूद थे।
इस बीच विधायक राजकुमार गौड़ ने पूर्व पार्षद गौड़ पर हुए हमले की निंदा करते हुए इसे शहर के लिए शर्मनाक बताया है। उन्होंने कोतवाली सीआई और पुलिस अधीक्षक से फोन कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। विधायक गौड़ का कहना है कि उन्होंने पुलिस अधीक्षक से मामले की तह तक पहुंचने के बारे में आग्रह किया है।