कांग्रेस से जिला परिषद डायरेक्टर युवरेन्द्र सिंह यूरी ने कहा कि पंजाब में फिरोजपुर फीडर जर्जर हालत में है, सरकार को जीर्णोद्धार करवाकर स्थायी समाधान करवाना चाहिए।
पोंग डैम में पानी होने के बावजूद इलाके को पानी से वंचित किया जाना सरकार की नाकामी है। सूरतगढ़ विधायक राजेन्द्र भादू बोले कि २० सितम्बर को रेग्यूलेशन कमेटी की बैठक बुलाई जाए ताकि नहरों में पर्याप्त पानी उपलब्ध हो सके।
किसानों ने लगाए सरकार विरोधी नारे
इस मीटिंग में जिला कलक्टर नहीं आए, उनके स्थान पर एडीएम सिटी प्रतिनिधि के तौर पर पहुंचे। वहीं जिला परिषद के ३१ में से २१ डायरेक्टर ही उपस्थित हुए। इसके साथ-साथ कुल नौ में से रायसिंहनगर, श्रीकरणपुर, सादुलशहर और अनूपगढ़ पंचायत समिति प्रधान ही आए। वहीं छह में से चार विधायक मौजूद थे। सांसद, श्रीकरणपुर और श्रीगंगानगर विधायक बैठक में
नहीं आईं।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के मुद्दे पर डायरेक्टर लेखराज ने कहा कि शुभम हॉस्पिटल में गांव फरसेवाला की सरोज ने बवासीर का ऑपरेशन कराया लेकिन हॉस्पिटल संचालक ने भामाशाह स्वास्थ्य योजना में बच्चेदानी का ऑपरेशन दिखाकर मोटी क्लेम राशि उठा ली। डूंगरराम ने गांव सुखचैनपुरा में पीएचसी भवन नहीं होने पर जवाब मांगा। गांव ७एलसी की एएनएम के ड्यूटी से गायब होने की बात कही तो जिला प्रमुख ने भी समर्थन करते हुए कहा वह खुद वहां जाकर देखकर आई है, हकीकत में यह एएनएम ड्यूटी नहीं करती। इस पर सीएमएचओ डॉ.नरेश बंसल ने एक्शन लेने की बात कही।
बैठक के दौरान श्रीकरणपुर पंचायत समिति की प्रधान अमृतपाल कौर ने सवाल उठाया कि उनकी समिति का एक डायरेक्टर खान राज्य मंत्री का रिश्तेदार है, उसके कहने पर बीडीओ ने २४ सितम्बर को साधारण सभा की मीटिंग बुला ली। वह प्रधान है इसके बावजूद उससे कोई अनुमति नहीं ली। इस भेदभाव पर पूरे सदन ने मेज थपथपा कर शेम शेम बोलकर निंदा की। प्रधान का कहना था कि इस बैठक में विकास अधिकारी के बजाय बाबू आया है मीटिंग अटैंड करने। इस पर जिला प्रमुख और सीईओ दोनों ने पंचायत समिति श्रीकरणपुर की प्रस्तावित बैठक को निरस्त कर विकास अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया।