श्री गंगानगर

कैसा सिस्टम : नहरों में पानी फिर भी खेत सूखे

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श्री गंगानगरSep 18, 2018 / 09:36 am

Rajaender pal nikka

कैसा सिस्टम : नहरों में पानी फिर भी खेत सूखे

श्रीगंगानगर
सिंचाई पानी के मुद्दे पर जनप्रतिनिधियों ने सोमवार को जिला परिषद की बैठक में जमकर भड़ास निकाली। वे यहां तक बोले कि अधिकारी नाकारा साबित हो चुके हैं। हंगामा बढ़ते देख जिला प्रमुख प्रियंका श्योराण को बीच-बचाव करना पड़ा।
जिला प्रमुख ने आश्वासन दिया कि २० से २५ सितम्बर के बीच रेग्यूलेशन कमेटी बुलाकर आइजीएनपी में पानी का बंटवारा तय किया जाएगा ताकि खेतों में सूख रही फसल को बचाया सके।
जिला परिषद साधारण सभा की बैठक सोमवार सुबह साढ़े ग्यारह बजे जैसे ही शुरू हुई तो डायरेक्टर विष्णु भांभू ने सवालों की झड़ी लगा दी। भांभू का कहना था कि जब पानी की उपलब्धता १३३७ क्यूसेक है फिर चार में से दो ग्रुप क्यों नहीं चलाए जा रहे। इस पर सिंचाई विभाग के एक्सइएन ने जवाब दिया कि पानी तो रेगुलेकशन कमेटी की बैठक में तय किया जाता है। इस बीच सादुलशहर विधायक गुरजंट सिंह बराड़ बोले कि शर्म आनी चाहिए, सीएम विजिट के दौरान जिला प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने गलत फीडबैक दिया। आश्वासनों से कम चलने वाला नहीं है किसानों को पानी चाहिए।
रायसिंहनगर विधायक सोना बावरी ने कहा कि सीएम के समक्ष हनुमानगढ़ में बैठकर गुप्त मीटिंग की जाती है और झूठे आंकड़े देकर गुमराह किया जा रहा है। जिम्मेदार अधिकारियों पर एक्शन लेने की बजाय उनको अभयदान दिया जाता है। बर्बाद हो रही फसल से बचाने के लिए वह खुद २५ सितम्बर को किसानों के साथ गंगाङ्क्षसह चौक पर धरने पर बैठेंगी।
कांग्रेस से जिला परिषद डायरेक्टर युवरेन्द्र सिंह यूरी ने कहा कि पंजाब में फिरोजपुर फीडर जर्जर हालत में है, सरकार को जीर्णोद्धार करवाकर स्थायी समाधान करवाना चाहिए।
पोंग डैम में पानी होने के बावजूद इलाके को पानी से वंचित किया जाना सरकार की नाकामी है। सूरतगढ़ विधायक राजेन्द्र भादू बोले कि २० सितम्बर को रेग्यूलेशन कमेटी की बैठक बुलाई जाए ताकि नहरों में पर्याप्त पानी उपलब्ध हो सके।
किसानों ने लगाए सरकार विरोधी नारे
इस बैठक के दौरान किसान संघर्ष समिति के सुभाष सहगल की अगुवाई में किसानों ने अचानक प्रवेश कर नारेबाजी शुरू करने से वहां खलबली मच गई। ये लोग सदन के बीचोबीच बैठ कर सिंचाई पानी के मुद्दे पर सवाल-जवाब करना चाहते थे। लेकिन डीएसपी राहुल यादव ने उन्हें बाहर भिजवा दिया। इस घटनाक्रम के बाद बैठक स्थल सभागार के चारों दरवाजों पर पुलिस का कड़ा पहरा लगा दिया गया।
कलक्टर समेत कई रहे गैर हाजिर
इस मीटिंग में जिला कलक्टर नहीं आए, उनके स्थान पर एडीएम सिटी प्रतिनिधि के तौर पर पहुंचे। वहीं जिला परिषद के ३१ में से २१ डायरेक्टर ही उपस्थित हुए। इसके साथ-साथ कुल नौ में से रायसिंहनगर, श्रीकरणपुर, सादुलशहर और अनूपगढ़ पंचायत समिति प्रधान ही आए। वहीं छह में से चार विधायक मौजूद थे। सांसद, श्रीकरणपुर और श्रीगंगानगर विधायक बैठक में
नहीं आईं।
भामाशाह स्वास्थ्य योजना में जमकर धांधली
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के मुद्दे पर डायरेक्टर लेखराज ने कहा कि शुभम हॉस्पिटल में गांव फरसेवाला की सरोज ने बवासीर का ऑपरेशन कराया लेकिन हॉस्पिटल संचालक ने भामाशाह स्वास्थ्य योजना में बच्चेदानी का ऑपरेशन दिखाकर मोटी क्लेम राशि उठा ली। डूंगरराम ने गांव सुखचैनपुरा में पीएचसी भवन नहीं होने पर जवाब मांगा। गांव ७एलसी की एएनएम के ड्यूटी से गायब होने की बात कही तो जिला प्रमुख ने भी समर्थन करते हुए कहा वह खुद वहां जाकर देखकर आई है, हकीकत में यह एएनएम ड्यूटी नहीं करती। इस पर सीएमएचओ डॉ.नरेश बंसल ने एक्शन लेने की बात कही।
शेम शेम, बीडीओ पर एक्शन लो सीईओ मैम
बैठक के दौरान श्रीकरणपुर पंचायत समिति की प्रधान अमृतपाल कौर ने सवाल उठाया कि उनकी समिति का एक डायरेक्टर खान राज्य मंत्री का रिश्तेदार है, उसके कहने पर बीडीओ ने २४ सितम्बर को साधारण सभा की मीटिंग बुला ली। वह प्रधान है इसके बावजूद उससे कोई अनुमति नहीं ली। इस भेदभाव पर पूरे सदन ने मेज थपथपा कर शेम शेम बोलकर निंदा की। प्रधान का कहना था कि इस बैठक में विकास अधिकारी के बजाय बाबू आया है मीटिंग अटैंड करने। इस पर जिला प्रमुख और सीईओ दोनों ने पंचायत समिति श्रीकरणपुर की प्रस्तावित बैठक को निरस्त कर विकास अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया।

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