सड़क पर पेचवर्क लगाने आए तो ग्रामीणों का विरोध
श्री गंगानगरPublished: Oct 29, 2023 10:47:03 pm
When people came to install patchwork on the road, villagers protested.- मची खलबली तो बैरंग लौटा नगर परिषद अमला


सड़क पर पेचवर्क लगाने आए तो ग्रामीणों का विरोध
चक 6 जैड स्थित कचरा संग्रहण केन्द्र से लेकर पुरानी आबादी के वार्ड आठ के कॉर्नर तक जर्जर सड़क पर पेचवर्क करने के लिए नगर परिषद का अमला पहुंचा तो वहां ग्रामीणों ने विरोध करना शुरू कर दिया। ऐसे में मामला बिगड़ता देख नगर परिषद की जेसीबी मशीन और ठेकेदार की ट्रेक्टर ट्रॉली सहिम पूरा अमला बैरंग लौट आया। चक 6 जैड और चक 8 जैड के ग्रामीणों को सूचना मिली कि पुरानी आबादी से डंपिंग प्वाइंट तक सड़क की मरम्मत करने के लिए नगर परिषद का अमला और ठेकेदार के अधीन कारीगर व श्रमिक आए हुए है। इन लोगों ने जेसीबी मशीन से सड़क को खोदकर वहां पेचवर्क करने की प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी की तो ग्रामीण विरोध में आ गए और नारेबाजी करते हुए इस अमले को वहां वापस भेज दिया। जागरूक नागरिक राजकुमार सैनी ने बताया कि चक 8 जैड और चक 6 जैड के विजय सहारण, राजवीर बागोरिया, मुकेश, जगदीश शर्मा, दिलीप हुड्डा, साहिल, जगमोहन सैनी, लालचंदवर्मा आदि ने विरोध करते हुए इस अमले को बैरंग भेज दिया।
विदित रहे कि यह सड़क अप्रेल महीने के अंतिम सप्ताह में बनाई थी। ठेकेदार ने गुणवत्ता बरतने की बजाय घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया। इस संबंध में राहगीरों ने नगर परिषद को शिकायत भी की थी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। यहां तक कि नगर परिषद के अभियंताओं ने ठेका फर्म पर मेहरबानी बनाई रखी लेकिन तत्तकालीन आयुक्त कपिल कुमार यादव ने इस सड़क का जब निरीक्षण किया तो वहां सड़क जगह जगह से जर्जर अवस्था में पाई गई। उन्होंने इस ठेकेदार को नोटिस कर जवाब तलब किया था।
विदित रहे कि तत्कालीन आयुक्त कपिल यादव के तबादले के बाद नगर परिषद की निर्माण शाखा के अभियंताओं ने इस ठेकेदार पर मेहबानी करने के लिए उसकी फाइल को दबा दिया ताकि यह मामला जैसे ही ठंडा हो तो उसे मरम्मत के नाम पर खानापूर्ति करवाकर पेमेंट करवाई जा सके। हुआ भी वही। तत्कालीन आयुक्त ने संबंधित ठेकेदार को ब्लेकलिस्ट करने की चेतावनी तक दे डाली थी। अब दीपावली पर्व को देखते हुए नगर परिषद प्रशासन की ओर से शहर के अलग अलग एरिया में सड़कों पर पेचवर्क चल रहा है तो इस ठेकेदार ने बहती गंगा में अपने हाथ धोने के लिए सड़क पर पेचवर्क कराने की प्रक्रिया अपनाई। लेकिन ग्रामीणों ने यह कहते हुए विरोध कर दिया कि मई से लेकर अब तक नगर परिषद प्रशासन कहां था, इस अवधि में ठेकेदार से सड़क दुबारा से निर्माण क्यों नहीं कराई। डंपिंग प्वाइंट से सूरतगढ़ बाइपास तक सड़क का निर्माण कराने में नगर परिषद दिलचस्पी नहीं ले रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में नगर परिषद ने किस आधार पर यह सड़क का निर्माण पूरा करवा रहा है।