थानाधिकारी राजकुमार राजोरा ने बताया कि गांव शेखसरपाल निवासी कविता (30) पत्नी विजयपाल बिश्नोई को रविवार दोपहर करीब पौने एक बजे गंभीर हालत में राजकीय चिकित्सालय लाया गया। प्राथमिक चिकित्सा के बाद महिला को जिला मुख्यालय रेफर कर दिया गया। सूचना मिलने पर पुलिस राजकीय चिकित्सालय पहुंची लेकिन बेसुध होने के कारण कविता के बयान नहीं हो सके। जिला मुख्यालय ले जाने के दौरान रास्ते में उसकी मौत हो गई।
सीआइ ने बताया कि महिला की जिला मुख्यालय ले जाते समय मौत के बाद शव श्रीकरणपुर लाया गया। पुलिस ने पीहर पक्ष से बात कर शव राजकीय चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवा दिया। राजकीय चिकित्सालय प्रभारी डॉ.नीरज अरोड़ा ने बताया कि कविता के गले में फंदे का निशान था। उन्होंने उसके किसी विषाक्त पदार्थ के सेवन की आशंका भी जताई।
पति व सास पर लगाए आरोप
घटना के बाद रविवार देर रात मृतका के पीहर पक्ष के लोग गांव 11 जीडी घड़साना से श्रीकरणपुर पहुंचे। सोमवार सुबह पुलिस थाना परिसर में मृतका के भाई अनिल और विष्णु बिश्नोई सहित दोनों पक्षों के लोग मौजूद थे। करीब तीन घंटे तक वार्ता के बाद परिवाद मिलने पर पुलिस ने मामला दर्ज किया और मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया। पुलिस ने बताया कि मृतका के चचेरे भाई गांव 11 जीडी (घड़साना) निवासी सुनील बिश्नोई पुत्र रामनरेश बिश्नोई की ओर से दिए परिवाद में बताया गया है कि उसकी बहन कविता की शादी आठ वर्ष पूर्व शेखसरपाल निवासी विजय से हुई। शादी के बाद विजय के राजकीय सेवा में नियुक्त होने पर विजय की मां कलावती दहेज के लिए परेशान करने लगी। इसे लेकर कई बार पंचायते भी हुई। लेकिन बात सिरे नहीं चढ़ी। आरोप है कि विजय और उसकी मां की ओर से लगातार दी जा रही प्रताडऩा से परेशान कविता ने आत्महत्या कर ली। मृतका के दो पुत्र हैं।
घटना के बाद रविवार देर रात मृतका के पीहर पक्ष के लोग गांव 11 जीडी घड़साना से श्रीकरणपुर पहुंचे। सोमवार सुबह पुलिस थाना परिसर में मृतका के भाई अनिल और विष्णु बिश्नोई सहित दोनों पक्षों के लोग मौजूद थे। करीब तीन घंटे तक वार्ता के बाद परिवाद मिलने पर पुलिस ने मामला दर्ज किया और मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया। पुलिस ने बताया कि मृतका के चचेरे भाई गांव 11 जीडी (घड़साना) निवासी सुनील बिश्नोई पुत्र रामनरेश बिश्नोई की ओर से दिए परिवाद में बताया गया है कि उसकी बहन कविता की शादी आठ वर्ष पूर्व शेखसरपाल निवासी विजय से हुई। शादी के बाद विजय के राजकीय सेवा में नियुक्त होने पर विजय की मां कलावती दहेज के लिए परेशान करने लगी। इसे लेकर कई बार पंचायते भी हुई। लेकिन बात सिरे नहीं चढ़ी। आरोप है कि विजय और उसकी मां की ओर से लगातार दी जा रही प्रताडऩा से परेशान कविता ने आत्महत्या कर ली। मृतका के दो पुत्र हैं।