कीटनाशक के असर से मंजू देवी व नेतराम की तबीयत ज्यादा खराब होने के कारण दोनों को रावला के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें घड़साना रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान मंजूदेवी की मौत हो गई। उसने पुलिस को बताया कि मौत के मामले में हम कोई कार्रवाई नहीं करना चाहते हैं। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टमम करवाकर परिजनों को सौंप दिया।