श्रीगंगानगर. मनरेगा में मेट, ग्राम विकास अधिकारी व कनिष्ठ अभियंता की मिलीभगत से ग्राम पंचायतों में बड़े स्तर पर गड़बडिय़ां चल रही है। सूरतगढ़ क्षेत्र के गांव हिजरासर में कच्चा रास्ता सुदृढीकरण मय कम्पेक्शन का कार्य चल रहा है। इस कार्य पर नियोजित 72 श्रमिकों में से मौके पर 2 ही श्रमिक उपस्थित पाए गए है। यह खुलासा मंगलवार को जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अशोक कुमार मीणा ने पंचायत समिति सूरतगढ़ के इस गांव में मनरेगा कार्य का औचक निरीक्षण करने पर हुआ है। इस बीच सीइओ मीणा ने ग्राम पंचायत रघुनाथपुरा व बख्तावरपुरा में मनरेगा कार्य का निरीक्षण करने पर मनरेगा में अनियमिताएं मिली है। इसमें ग्राम विकास अधिकारी, कनिष्ठ सहायक के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के लिए विकास अधिकारी सूरतगढ़ को निर्देश दिए गए हैं। मनरेगा कार्यों के निरीक्षण के दौरान उपस्थिति अंकन में अनियमितता पाए जाने पर चार मेट को ब्लैक लिस्ट करने की कार्रवाई की गई। श्रीगंगानगर जिले की 345 ग्राम पंचायतों में 343 में मनरेगा के तहत कार्य चल रहे हैं। इन दिनों मनरेगा में एक लाख से अधिक श्रमिकों को प्रतिदिन कार्य मिल रहा है। मनरेगा में श्रमिकों को प्रतिदिन 220 रुपए टॉस्क पूरा करने पर देय हैं।
यहां 105 में 38 ही श्रमिक मिले
ग्राम पंचायत बख्तावरपुरा में कच्चा रास्ता सुदृढ़ीकरण कार्य चक दो बीकेएसएम में 11 मस्टररोल में 105 श्रमिक नियोजित थे। लेकिन मौके पर 38 श्रमिक ही उपस्थिति पाए गए जबकि पूर्व के कार्य दिवसों पर श्रमिकों की उपस्थिति 105,102,101 व 80 श्रमिक दर्ज की गई थी। मौके पर अधिकांश श्रमिकों के पास जॉब कार्ड नहीं थे तथा श्रमिकों को समूह में टास्क देकर मेटों की ओर से कार्य नहीं करवाया जा रहा था। जिससे उपस्थिति अंकन में अनियमितता पाए जाने पर मेट पूर्णराम व काशीराम को ब्लैक लिस्ट कर दिया। इसी प्रकार गांव हिजरासर में कच्चा रास्ता सुदृढीकरण मय कम्पेक्शन कार्य पर नियोजित 72 श्रमिकों में से मौके पर 02 ही श्रमिक उपस्थिति पाए गए हैं। इन श्रमिकों के पास भी जॉब कार्ड नहीं थे। जबकि इस कार्य पर नियमित उपस्थिति का अवलोकन करने पर विगत कार्य दिवसों पर श्रमिकों की उपस्थिति 44,54,54, व 48 दिखाई गई। जिस पर नियोजित मेट रामनिवास व वकील को ब्लैक लिस्ट करने की कार्रवाई की गई।
सूरतगढ़ बीडीओ को किया पाबंद
जिला परिषद सीइओ ने संबंधित ग्राम विकास अधिकारी व कनिष्ठ सहायक व कनिष्ठ तकनीकी सहायक के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के लिए विकास अधिकारी सूरतगढ़ को निर्देशित किया गया। साथ ही मनरेगा में श्रम नियोजन बढ़ाने के साथ ही श्रमिकों को पूरा टास्क आवंटित करने, प्रतिदिन आवंटित टास्क को पूरा करवाने के लिए पाबंद किया है। प्रत्येक ग्राम पंचायत में अधिकतम श्रम नियोजन के लिए ग्राम विकास अधिकारी व कनिष्ठ सहायक को पाबंद किया।
अब जिले भर में होगी संघन जांच
मनरेगा कार्यों की संघन मॉनिटरिंग व निरीक्षण करने के लिए जिला परिषद स्तर से सात निरीक्षण दलों का गठन किया गया है। प्रत्येक पंचायत समिति में प्रगतिरत कार्यों में से न्यूनतम पांच व अधिकतम दस कार्यों का निरीक्षण 26 फरवरी को किया जाएगा।
फैक्ट फाइल मनरेगा
-जिले में ग्राम पंचायतें-345
-ग्राम पंचायतों में मनरेगा में काम चल रहा है-343 -मनरेगा में प्रतिदिन लेबर-1 लाख से अधिक
-मनरेगा में श्रमिक की मजदूरी-220 रुपए मनरेगा में सूरतगढ़ क्षेत्र की दो ग्राम पंचायतों का निरीक्षण किया तो वहां पर गड़बड़ी मिली है। चार मेट को ब्लैक लिस्ट कर दिया है और ग्राम विकास अधिकारी व कनिष्ठ सहायक के खिलाफ बीडीओ को कार्रवाई करने के लिए पाबंद किया है।
अशोक कुमार मीणा, सीइओ, जिला परिषद, श्रीगंगानगर।