राजनीति के जानकार सिद्धार्थ राय बताते हैं कि बसपा सरकार का मुख्तार पर बड़ा एहसान था। जब मुख्तार को गाजीपुर का पहली बार जिलाध्यक्ष बनाया गया तो यूपी में मायावती मुख्यमंत्री थीं। मुख्तार एक बड़ा माफिया था और उसपर कई बड़े अपराधों से जुड़े केस भी दर्ज थे। मुख्यमंत्री मायावती मुख्तार की सुरक्षा को लेकर काफी संजीदा थीं। मायावती मुख्तार पर इतनी मेहरबान थीं कि अपराधी को जेड प्लस की सुरक्षा मुहैया करा दी गई थी। उस दौरान विपक्ष के नेताओं ने इस बात का काफी विरोध जताया था।