निगम के अनुसार सेंट्रल सिल्क बोर्ड जंक्शन बेंगलूरु शहर का सबसे व्यस्त जंक्शन है, जो पूर्व और पश्चिम में आउटर रिंग रोड और उत्तर और दक्षिण में होसूर रोड को जोड़ता है। इस कारण सिल्क बोर्ड जंक्शन पर यातायात जाम की स्थिति रहती है। बीएमआरसीएल आर.वी. रोड से बोम्मसंद्र (इलेक्ट्रॉनिक सिटी मेट्रो) तक येलो लाइन और सेंट्रल सिल्क बोर्ड से के.आर. पुरा स्टेशन (आउटर रिंग रोड मेट्रो) तक ब्लू लाइन के मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण कर रहा है, जो आगे हवाई अड्डे की ओर जा रहा है। डबल डेकर फ्लाई ओवर रागीगुड्डा से सेंट्रल सिल्क बोर्ड तक बन रहा है। इस पर प्रथम तल पर मोटर वाहन और दूसरे तल पर मेट्रो ट्रेन चलेंगी। आउटर रिंग रोड (ओआरआर) पर सीएसबी मेट्रो स्टेशन को स्काई वॉक के जरिए इंटरचेंज के रूप में विकसित करने की योजना है। इसके अलावा बीएमआरसीएल रागीगुड्डा से सीएसबी तक 3.2 किलोमीटर तक मेट्रो सह एलिवेटेड रोड का निर्माण कर रहा है, जिसमें सीएसबी जंक्शन पर 5 अप और डाउन रैंप होंगे, जिससे यातायात के दबाव को कम किया जा सकेगा।ऐसे होगा उपयोग
येलो लाइन के डबल डेकर रोड-कम-मेट्रो का उपयोग करके रागीगुड्डा की ओर से आने वाले वाहन चालक रैंप-ए और एचएसआर लेआउट की ओर से आने वाले वाहन चालक रैंप-सी के जरिए होसूर रोड तक पहुंच सकेंगे। रैंप बी बीटीएम से ए रैंप को आउटर रिंग रोड और होसूर रोड तक पहुंचने के लिए को जोड़ेगा। एचएसआर लेआउट से आने वाले लोग रैंप-डी के माध्यम से रागीगुड्डा की ओर पहुंच सकेंगे, जो रैंप ए और आर 5 मेट्रो लाइन के ऊपर चल रहा है और बीटीएम लेआउट तक पहुंचने के लिए नीचे रैंप-ई के साथ जुड़ा रहेगा।रैंप-ए और रैंप-बी दोनों का विलय कर राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच 44) पर स्थित मडिवाल फ्लाईओवर से जोड़ा जा रहा है। इसके लिए निर्माण कार्य में 50 घंटे का समय लगा, जबकि इस दौरान सडक़ पर यातायात निर्बाध गति से जारी था।