उत्तराखंड के जंगल भीषण आग की चपेट में हैं। गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में अब तक झुलसने से 6 लोगों की मौत हो चुकी है
Uttarakhand forest fire
देहरादून। उत्तराखंड के जंगल भीषण आग की चपेट में हैं। गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में अब तक झुलसने से 6 लोगों की मौत हो चुकी है। आग की चपेट में आए सभी जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। राज्य के वन कर्मचारी आग की घटनाओं पर नजर बनाए हुए हैं। सैकड़ों हेक्टेयर जंगल जल कर खाक हो चुका है। रुद्रप्रयाग जनपद में आग पर काबू पाने के लिए सेना से मदद ली गई है। कई क्षेत्रों में आग जंगलों से बढ़कर घरों, खेत-खलिहानों, सड़कों और पैदल मार्ग को भी चपेट में ले चुकी है। मवेशियों समेत वन्यजीवों की भी भारी क्षति हुई है। राज्यपाल ने इस आपदा से निपटने के लिए वन कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी है। जंगलों में अचानक लगी आग का कारण अभी तक पता नहीं लग पाया है।
मुश्किल में नेशनल पार्क आग की वजह से नेशनल पार्कों पर भी खतरा मंडरा रहा है। केदारनाथ अभयारण्य, जिम कॉर्बेट और राजाजी नेशनल पार्क के जंगलों में इसका असर देखा जा रहा है।
दावानल से तापमान बढ़ा मौसम विभाग के निदेशक डां. बिक्रम सिंह ने बताया कि जिस क्षेत्र में आग लगी होती है वहां के तापमान में चार से पांच डिग्री तक वृद्धि हो जाती है। इसके साथ ही वनाग्नि से धुंध रहती है। जो बारिश से ही छटती है। उतराखंड में तेज गर्मी जंगल की आग भी एक कारण हो सकता है।