पुलिस उपायुक्त रोमिल बनिया ने कहा कि आनंद और सोनी पूर्वी दिल्ली के चंद्र विहार के निवासी हैं। साल 2014 में शाहदरा पुलिस थाने में उनके खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज है, जिसमें उन्हें भगोड़ा घोषित किया जा चुका है।
वहीं बनिया ने कहा कि पूछताछ के दौरान आनंद ने खुलासा किया कि दिल्ली और पंचकूला में उसके खिलाफ दर्ज दो मामलों में भी वह भगोड़ा घोषित है। सोनी के साथ मिलकर वह दिल्ली तथा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में अपने ग्राहकों को कॉल गर्ल मुहैया कराता था।
आनंद और सोनी इस देह धंधे को इतनी सफाई से चलाते थे कि गिरफ्तारी से बचने के लिए वे हर दो-तीन महीने के अंतराल पर अपना ठिकाना बदल लेते थे। एक अधिकारी ने कहा कि आनंद के मुताबिक, पहले वह ड्राइवर का काम करता था। और अपनी पत्नी के साथ मनमुटाव के बाद उसने अपना घर छोड़ दिया, जिसके बाद वह सोनी के संपर्क में आया।
इसके बाद उसने सोनी के साथ रहना शुरू कर दिया और कॉल गर्ल रैकेट के संचालन में उसकी मदद करने लगा। सोनी पश्चिम बंगाल की निवासी है। पति द्वारा छोड़ दिए जाने के बाद वह दिल्ली चली आई।