श्रद्धा को एक करोड़ रुपए का इनाम मिला। श्रद्धा ने मात्र 1590 रुपए का भुगतान अपने मोबाइल फोन की किश्त चुकाने के लिए किया था। श्रद्धा इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की छात्रा है, उन्होंने सेंट्रल बैंक के रूपे कार्ड के जरिए यह राशि जमा की थी। श्रद्धा के पिता एक छोटी सी किराने की दुकान चलाते हैं।
दूसरा पुरस्कार गुजरात के बैंक ऑफ बड़ोदा के रुपए कार्ड के जरिए 1100 रुपए के डिजिटल ट्रांजेक्शन पर हार्दिक कुमार चिमनभाई प्रजापति को 50 लाख रुपए मिले। पेशे के शिक्षक हैं। तीसरा पुरस्कार उत्तराखंड के भरत सिंह को मिला है। उन्होंने मात्र 100 रुपए का डिजिटल ट्रांजेक्शन किया था। भरत ने पीएनबी के जरिए भुगतान किया था। भरत 37 साल के हैं, 9वीं तक पढ़े हैं, कपड़े की दुकान में काम करते हैं।
गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर में नोटबंदी के बाद डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 25 दिसंबर 2016 को केंद्र सरकार ने व्यापारियों के लिए डिजिधन योजना का शुभारंभ किया था। इस योजना में दैनिक और साप्ताहिक आधार पर विजेताओं का चयन किया जाता है। इनमें तीन मेगा पुरस्कार भी देने की घोषणा की गई थी।