तो कॉलेजों की संबद्धता को होगा खतरा
Published: Apr 17, 2016 12:47:00 am
जीवाजी यूनिवर्सिटी (जेयू) प्रबंधन उन निजी कॉलेजों को संबद्धता नहीं देगा
जिन्होंने सख्त निर्देशों के बाद भी अपने यहां सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाए
हैं।
ग्वालियर. जीवाजी यूनिवर्सिटी (जेयू) प्रबंधन उन निजी कॉलेजों को संबद्धता नहीं देगा जिन्होंने सख्त निर्देशों के बाद भी अपने यहां सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाए हैं। शासन के निर्देशों के बाद प्रबंधन ने कॉलेजों को कई बार चेतावनी दी, लेकिन अधिकतर कॉलेजों ने उसे अनसुना कर दिया। सूत्रों के अनुसार अंचल के 400 निजी कॉलेजों में अभी तक एक दर्जन कॉलेजों में भी सीसीटीवी कैमरे नहीं लग पाए हैं।
दरअसल सीसीटीवी कैमरे लगाने के पीछे उच्चाशिक्षा विभाग का मकसद कॉलेजों में होने वाली सामूहिक नकल को रोकना है। शासन के आदेशों के मुताबिक परीक्षा के दौरान सेंटर पर वीडियो रिकॉर्डिंग करने के निर्देश हैं। रिकॉर्डिंग की सीडी बनाकर उत्तर पुस्तिकाओं के बंडल के साथ जेयू भेजने के निर्देश करीब एक साल पहले शासन ने दिए थे। लेकिन कॉलेज संचालकों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। जेयू प्रबंधन भी सिर्फ आदेशों तक सीमित रहा। इसका परिणाम यह रहा कि अंचल में नकल का दबदबा कायम रहा।
इसलिए नहीं लगाते कैमरे
अंचल के निजी कॉलेज कक्षाओं में सीसीटीवी कैमरे इसलिए नहीं लगाते हैं क्योंकि इससे उनके कॉलेज में चलने वाली नकल पर अंकुश लग जाएगा। जब भी सख्ती होती है वे अधिकारियों से सेटिंग कर मामला ठंडा करने में लग जाते हैं। जेयू का आदेशों तक सीमित रहना उनकी मनमानी का कारण बन जाता है। प्रबंधन का कहना है कि वो कॉलेजों की शिकायत मंत्रालय से कर चुका है, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। अब ये उनको कौन समझाए कि कार्रवाई खुद को करना है, मंत्रालय को नहीं।