वृंदावन से ग्वालियर पहुंची बारात
शिवानी से शादी करने के लिए लड्डू गोपाल अकेले नहीं पहुंचे थे उनके साथ वृंदावन से साधु-संतों की टोली ग्वालियर पहुंची थी। उनकी बारात में वृंदावन से रमेश भाई, गुरू भाई चरणदास महाराज, पुजारी राहुल रजक के साथ अन्य साधु-संत शामिल हुए।
15 अप्रैल से शुरू हुए थे कार्यक्रम
शिवानी की शादी के कार्यक्रम 15 अप्रैल से शुरू हो गए थे। पहले दिन हल्दी और तेल, 16 अप्रैल को मंडप, और 17 को बारात आई। यहां पर शिवानी के माता-पिता ने कन्यदान लिया और लगभग सैकड़ों लोगों ने पांव पखरायी भी की। शिवानी तीन बहनों में दूसरे नंबर की है। उसने बीकॉम किया है। शिवानी का कहना है कि उसके लिए लड्डू गोपाल से योग्य कोई और नहीं हो सकता है।
शादी से खुश नहीं हैं शिवानी के रिश्तेदार
शिवानी की शादी से उसके रिश्तेदार खुश नहीं हैं। इस पर शिवानी का कहना है कि मुझे किसी की कोई परवाह नहीं है। मीरा ने भी बहुत कुछ छोड़ दिया तो क्या में लड्डू गोपाल के लिए इन बनावटी रिश्तों को नहीं छोड़ सकती। जिसने मुझे ये जीवन दिया है मुझे उसे ही समर्पित करना था। अब मैं पूरी तरह से कान्हा की हो गई। उनकी ही भक्ति और साधना में अपना जीवन व्यतीत करूंगी।