दरअसल, शुक्रवार को हिन्दू युवा वाहिनी ने कुशीनगर और महाराजगंज जिलों की छह सीटों पर उम्मीदवार उतारने का फैसला कर पूरे सूबे में खलबली पैदा कर दी है। वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील सिंह ने आधा दर्जन सीटों पर भाजपा के खिलाफ प्रत्याशी मैदान में उतार दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि कुशीनगर ज़िले की कुशीनगर से राजेश्वर सिंह, खड्डा से अजय गोविन्द राव शिशु और पडरौना से राजन जैसवाल को प्रत्याशी के तौर पर चुना गया है। जबकि महराजगंज ज़िले के पनियरा से सतीश सिंह, सिसवा विधानसभा से ज्योतिष मणि और फरेंदा से जीतेन्द्र शर्मा को प्रत्याशी बनाया गया है।
वहीं दूसरी ओर सिंह से जब पूछा गया कि क्या उम्मीदवार उतारने के लिए आदित्यनाथ से सलाह ली गई थी, तो इसपर उन्होंने कहा कि बीजेपी ने महाराज जी पर काला जादू कर दिया है, लेकिन हम उन्हें मना लेंगे। साथ ही कहा कि यूपी के हर जिले में हमारी यूनिट कार्य कर रही है और हम उन्हें बीजेपी के खिलाफ वोटिंग करने को कहेंगे।
तो दूसरी ओर सांसद योगी आदित्यनाथ ने हिन्दु युवा वाहिनी की ओर से जारी किए गए प्रत्याशियों के मामले से अपना पल्ला झाड़ते दिखें। उनका कहना कि हिन्दु युवा वाहिनी एक गैर-राजनीतिक, सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन है। हिन्दु युवा वाहिनी के नाम पर चुनाव लड़ना अवैध और गैर कानूनी भी है। जो कोई भी इस नाम का दुरूपयोग करेगा उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
हिन्दु युवा वाहिनी यूपी में 64 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। साथ ही सिंह ने आरोप लगया कि बीजेपी ने उनके संस्थापक का उचित मान नहीं रखा। पूर्वांचल के लोग योगी आदित्यनाथ को सूबे के सीएम के तौर पर देखना चाहते हैं, लेकिन बीजेपी ने ऐसा नहीं करके उनका अपामन किया है। हम आगे और उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करेंगे।
इधर आदित्यनाथ का कहना है कि कुछ लोग हिन्दु विरोधी ताकतों का खिलौने बन गए हैं, जो अपनी नीजि स्वार्थो के लिए हिन्दु युवा वाहिनी जैसे राष्ट्रवादी संगठन का दुरूपयोग करना चाहते है। साथ ही कहा कि हम राष्ट्रवादी मिशन के साथ जुड़े है और भारतीय जनता पार्टी के अलावा किसी अन्य दल या संगठन को समर्थन करने का कोई सवाल ही नहीं उठता है।