जानकारी के मुताबिक वह शराब पीकर घर आता और पत्नी को शारीरिक यातनाएं देकर उसकी मारपीट करता था। पत्नी अपने पति की प्रताडना से तंग आकर उसका साथ छोडकर मालनपुर में एक किराए का मकान लेकर अकेली रहने लगी थी।
पुलिस के मुताबिक यशोदाबाई तीन माह से मालनपुर में रहकर मजदूरी कर अपनी जीविका चला रही थी। पति उदय सिंह को संदेह था कि उसकी पत्नी के किसी से अबैध संबंध है और उसी के साथ रह रही है।
उदय सिंह अपने छोटे भाई धर्मेन्द्र के साथ मालनपुर गया और दोनों भाईओं ने मिलकर पहले यशोदाबाई के साथ जबरन दुष्कर्म किया फिर उसकी सब्जी काटने वाले चाकू से उसका गला काट दिया और कहीं वह जिन्दा न बच जाए तो उसका रूमाल से गला भी घोट दिया।
इसके बाद दोनों भाई भाग गये। मकान मालिक मंशाराम कुशवाह की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर उसका अंतिम परीक्षण कराया। पुलिस ने हत्यारोपी उदय सिंह को गिरफ्तार कर लिया है जबकि देवर धर्मेन्द्र फरार है जिसकी पुलिस तलाश कर रही है।