स्टेडियम के बाहर यह दिखा नजारा…..
एजेंट बोला, 1600 वाला 2800 और 2400 वाला 3800 रूपए में मिलेगा शाम 7 बजे टोंक रोड पर खुलने वाले गेट पर दर्शकों की लंबी कतार लगी हुई। वहीं नगर निगम के गेट के समीप बनी यातायात पुलिस की गुमटी के पास एजेंट टिकट व कॉम्प्लीमेंट्री पास की कालाबाजारी कर रहे थे। जैसे ही वहां पार्किंग में खड़ी कारों के पास पहुंचे तो, वहाम पहले से खड़े एक एजेंट ने पूछा, टिकट चाहिए क्या, 1600 वाली 2800 रूपए में दे दूंगा। मना करने पर कुछ देर बाद दूसरा एजेंट मिला। उससे टिकट की डिमांड की तो बोला, 2400 वाली 3800 में ले लो। कुछ कदम आगे बढ़ तो वहां पर भी तीन- चार लड़कें टिकट बेच रहे थे। ऐसा ही हाल स्टेडियम के दूसरे एंट्री गेटों के समीप भी दिखा। यह नजारा देखकर यूं लग रहा था मानो पुलिस प्रशासन ही नहीं आयोजकों ने भी आंखे मूंद रखी है।
खेल मंत्री का घर….लगी रही कार्यकर्ताओं की भीड़, बोले, साब का फोन बंद है, घंटों से इंतजार में बैठे हैं
इधर खेलमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के घर पर सुबह से शाम तक सैंकड़ों कार्यकर्ता,पार्षद, स्थानीय लोगों की भीड़ रही। लोग पास लेने के लिए घंटों बैठ रहे। वहां से पास लेकर मैच देखने आए एक भाजपा कार्यकर्ता ने बताया कि साहब ने फोन बंद कर रखा था, उनका स्टाफ मनमाफिक अपने लोगों को पास बांट रहा था। घंटो बैठाए रखा। कई लोग पास नहीं मिलने पर नाराज होकर लौटे।
स्टेडियम के अंदर….मैच शुरू होने से पहले पास को लेकर हंगामा, पुलिस की दखल के बाद माने कर्मचारी
क्रिकेट मैच के शुरू होने से पहले राजस्थान राज्य क्रीडा परिषद के कर्मचारियों व स्टाफ ने कॉम्पीमेंट्री पास नहीं मिलने पर हंगामा किया। मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए राजस्थान रॉयल्स प्रबंधन और सरकार के खिलाफ रोष जताया और अपने एक्रीडेशन कार्ड वापस लौटा दिए। उन्होंने स्टेडियम के गेट बंद करने की धमकी दी। मामला बढ़ता देख पुलिस को बुलाया गया। पुलिस अधिकारियों की दखल और समझाईश के बाद विरोध जताते हुए अपने कमरे में चले गए। उनका आरोप था कि हर बार उन्हें हर साल मैच के दो- दो कॉम्पलीमेंट्री पास दिए जाते हैं। इस बार एक-एक ही मिला है।
मैच के दौरान….
इधर भी जारी रही अवैध वसूली
स्टेडियम में मैच देखने आए दर्शकों से अवैध वसूली जारी रही। उनसे पार्किंग के नाम पर जमकर वसूली हुई। दुपहिया वाहन से 100 से 200 रूपए जबकि कार पार्किंग के 200 से 300 रूपए तक वसूले गए। इसी प्रकार खान-पान की चीजों के भी औने पौने दाम वसूले गए। वहीं स्टेडियम में पानी की व्यवस्था भी बदहाल रही। कई जगह दर्शकों को गर्म पानी पीना पड़ा।
खाली रही कुर्सियां, धीरे-धीरे बढ़ी भीड़
मैच के दौरान स्टेडियम में दर्शकों का रोमांच भी फीका नजर आया। शुरूआत में एक घंटे तक स्टेडियम में 35 से 40 फीसदी तक कुर्सियां खाली रही। हालांकि धीरे-धीरे भीड़ जुटी लेकिन अन्य मुकाबलों के जैसा माहौल नहीं दिखा। टिकट व कॉम्प्लीमेंट्री पास की अनुपलब्धता भी इसका कारण बताई जा रही है।