आप हमें 72 घंटे के लिए मशीन दे दें हम बता देंगे इसमें क्या-क्या हुआ है। राजौरी गार्डन में भी वोटर वेरीफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) मशीन यूपी से मंगाई जा रही है। केजरीवाल ने मांग की है कि बैलेट पेपर के जरिए चुनाव कराए जाएं।
गौरतलब है कि एमपी में वीवीपीएटी मशीनों के ट्रायल को लेकर वायरल हुए वीडियो के बाद ईवीएम को लेकर सवाल उठे हैं। भिंड में इस मशीन से दो अलग-अलग बटन दबाने पर बीजेपी के प्रत्याशी को वोट देने की पर्ची निकली। बसपा सुप्रीमो मायावती पहले ही यूपी चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए बैलट पेपर से चुनाव कराने की मांग कर चुकी हैं।
‘कुछ ईवीएम मशीनों से छेड़छाड़’ केजरीवाल ने कहा कि यूपी चुनाव के दौरान ईवीएम मशीनों में गड़बड़ी की गई। एमपी के चुनाव के लिए यूपी के बंदे का नाम कैसे निकला। ये मशीन यूपी के कानपुर के गोविंदनगर से आई। कानूनन आप 45 दिन तक उन मशीनों का इस्तेमाल नहीं कर सकते। फिर चुनाव आयोग ने कानून की धज्जियां क्यों उड़ाईं। यूपी के चुनाव में भी ऐसी कई मशीनें हो सकती हैं, जो खराब हों. ऐसा लगता है सारी मशीनें टैंपर नहीं हैं, कुछ से छेड़छाड़ की जा रही है।
केजरीवाल ने साथ ही मांग की है कि जो मशीन भिंड में पकड़ी गई है इसकी सारी जानकारी चुनाव आयोग सार्वजनिक करे। केजरीवाल ने पंजाब में हार पर आत्मचिंतन की चुनाव आयोग की नसीहत पर निशाना साधते हुए कहा कि इस राजनीतिक सलाह का धन्यवाद। हम सोच रहे हैं उन्हें अपनी पीएसी में शामिल कर लें।