ऑपरेशन खत्म होने के बाद एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत सिंह चौधरी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि संदिग्ध एक ही था। मकान की जांच में एटीएस को एक ही व्यक्ति की लाश मिली। पुलिस की कोशिश आतंकी को जिंदा गिरफ्तार करने की थी, लेकिन आतंकी के लगातार फायरिंग करते रहने से इसमें कामयाबी नहीं मिली।
READ: अल सुबह 4 बजे आतंकियों ने सेना की चौकी पर किया हमला, 11 सैनिकों की मौत एटीएस ने मिर्ची बम व आंसू गैस का भी इस्तेमाल किया लेकिन आतंकी ने किसी भी तरह से समर्पण करने से इनकार कर दिया। जिसके बाद एटीएस दीवार तोड़कर अंदर गई और आतंकी को मार गिराया।
इसके पहले आईजी एटीएस असीम अरुण के नेतृत्व में कमांडो टीम और राजधानी पुलिस के अधिकारी मंगलवार करीब साढ़े तीन बजे हाजी कॉलोनी पहुंचे। मकान की चारों तरफ से घेराबंदी करके अधिकारियों ने वहां रह रहे एक परिवार को सुरक्षित बाहर निकाला। इस बीच आतंकी ने खुद को कमरे में बंद कर फायरिंग की। उन पर काबू पाने के लिए एटीएस के कमांडो ने आंसू गैस के गोले छोड़े और जवाबी फायरिंग भी की।
एटीएस को हाजी कॉलोनी में आतंकी के छिपे होने की खबर कानपुर के जाजमऊ क्षेत्र से पकड़े गए फैजल नाम के आतंकवादी ने दी थी। यह भी पता चला था कि हाजी कॉलोनी में छिपे आतंकवादी के पास एसएलआर और एके-47 जैसे अत्याधुनिक असलहे और गोला-बारूद है। इस इनपुट के बाद एटीएस के आईजी अपनी टीम लेकर हाजी कॉलोनी मस्जिद के बगल में स्थित मकान पहुंच गए।