महाराष्ट्र में उद्धव सरकार की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। मुख्यमंत्री की अपील का कोई असर नहीं दिख रहा है। बताना चाहते हैं कि शिवसेना में बगावत अब भी जारी है। आज शिवसेना के तीन और विधायक गुवाहाटी पहुंचे हैं। इससे पहले चार बुधवार रात पहुंचे थे।
मुंबईUpdated: June 23, 2022 09:14:09 pm
Mumbai News
गुवाहाटी में शिवसेना के बागी विधायकों द्वारा नेता चुने जाने के बाद एकनाथ शिंदे ने अपने खेमे को आश्वासन दिया कि उन्हें बीजेपी का समर्थन प्राप्त है। शिंदे ने कहा, "वे (बीजेपी) एक राष्ट्रीय पार्टी हैं। उन्होंने मुझसे कहा है कि मैंने जो फैसला लिया है वह ऐतिहासिक है और जब भी मुझे उनकी जरूरत होगी वे मौजूद रहेंगे।"
#WATCH गुवाहाटी में महाराष्ट्र के बागी शिवसेना विधायकों ने सर्वसम्मति से एकनाथ शिंदे को अपना नेता चुना। pic.twitter.com/SCtYyTnNpE
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 23, 2022
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार (एमवीए) शिवसेना के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे के बागी होने के बाद राजनीतिक उथल-पुथल में घिर गई है। मीडिया की खबरों के मुताबिक, शिंदे को शिवसेना के 40 से ज्यादा विधायकों का समर्थन प्राप्त है। महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट तेज होने के बाद उद्धव ठाकरे ने बुधवार को अपनी चुप्पी तोड़ी और राज्य को एक भावनात्मक संबोधन में कहा कि यदि बागी विधायक बताएं कि वे राज्य सरकार के प्रमुख पद पर उनका बने रहना नहीं चाहते, तो वह सीएम पद से हटने के लिए तैयार हैं। हालांकि इसका बागियों पर कोई असर नहीं हुआ। गुवाहाटी में बागी शिवसेना विधायकों ने सर्वसम्मति से एकनाथ शिंदे को अपना नेता चुन लिया।
It is the responsibility of all the three parties (NCP, Congress and Shiv Sena) to save the government. Only Sanjay Raut knows why he made such a statement (Shiv Sena mulling to exit MVA): NCP leader and Maharashtra Deputy CM Ajit Pawar
— ANI (@ANI) June 23, 2022
एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार ने कहा "मुंबई हम अंत तक उद्धव ठाकरे जी के साथ खड़े रहेंगे। हम मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर नजर रख रहे हैं। सरकार को बचाना तीनों दलों (एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना) की जिम्मेदारी है।"
शिवसेना के बागी विधायक तानाजी सावंत के ऑफिस में आज शिवसैनिकों ने हमला बोल दिया. कुछ देर पहले ही सावंत ने कहा था कि किसी को भी एकनाथ शिंदे अपने खेमे में शामिल होने के लिए मजबूर नहीं कर रहे है.
चर्चेतून मार्ग निघू शकतो.
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) June 23, 2022
चर्चा होऊ शकते.
घरचे दरवाजे उघडे आहेत..
का उगाच वण वण भटकताय?
गुलामी पत्करण्यापेक्षा स्वाभिमानाने निर्णय घेऊ!
जय महाराष्ट्र!
शिवसेना नेता संजय राउत ने ट्वीट किया, "बातचीत के लिए दरवाजे अभी भी खुले हैं..चर्चा ही आगे बढ़ा सकती है।"
महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा “हम उद्धव ठाकरे और सभी के लिए न्याय चाहते हैं। आज (BJP) आप सत्ता में हैं और पैसे, बाहुबल, माफिया ताकत का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन एक दिन तुम्हें जाना ही है। कोई आपकी पार्टी भी तोड़ सकता है।“
टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने आगे कहा “यह गलत है और मैं इसका समर्थन नहीं करती हूं। असम की जगह उन्हें (बागी विधायक) बंगाल भेज दीजिए, हम उन्हें अच्छा आतिथ्य देंगे। महाराष्ट्र के बाद वे दूसरी सरकारों को भी गिरा देंगे। हम लोगों के लिए और संविधान के लिए न्याय चाहते हैं।”
महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने कहा है कि हम अंतिम समय तक उद्धव ठाकरे के साथ हैं।
महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच संजय राउत ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि अगर विधायक चाहते हैं तो हम महाविकास अघाड़ी से बाहर निकलने तैयार हैं। लेकिन आकर बात करें।
धन शोधन मामले में पूछताछ के लिए ईडी के दफ्तर शिवसेना नेता अनिल परब पहुंच गए हैं। लगातार तीसरे दिन पूछ
महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के बीच शिवसेना ने सभी नेताओं की बैठक बुलाई है। बताया जा रहा है कि यह बैठक शिवसेना भवन में होने जा रही है।
राज्य में जारी सियासी संकट के बीच असम के गुवाहाटी से बागी विधायकों का वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियो में शिवसेना जिंदाबाद और बालासाहेब ठाकरे की जय के नारे विधायक लगा रहे हैं।
महाराष्ट्र के राजनीतिक संकट पर गोवा के सीएम प्रमोद सावंत ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि हमारे भारतीय जनता पार्टी के महाराष्ट्र और केंद्र के नेता इस पर नज़र बनाए हुए हैं और वे (देवेंद्र फडणवीस) महाराष्ट्र के हित में जो भी निर्णय होगा वह देवेंद्र जी लेंगे।
मुंबई में शिवसेना के विधायक सदा सरवनकर के फोटो पर कालिख पोती गई है। साथ ही शिवसैनिकों ने फोटो पर गद्दार लिख दिया है।
महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच बागी एकनाथ शिंदे ने विधायक संजय शिरसाट का पत्र साझा किया गया। जिसमें विधायक ने लिखा है कि हमारे साथ अपमानजनक व्यवहार किया गया। साथ ही कहा कि ढाई साल से सीएम आवास के दरवाजे हमारे लिए बंद थे।
महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच सीएम उद्धव ठाकरे की विधायकों के साथ होने वाली बैठक टल गई है। इन सब के बीच शिवसेना के कई नेता सीएम उद्धव ठाकरे के मातोश्री आवास पर पहुंचें हैं।
महाराष्ट्र में गहराए सियासी संकट के बीच सीएम उद्धव ठाकरे कोई बैठक नहीं करने वाले हैं। शिवसेना नेता संजय राउत ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि विधायक नितिन देशमुख एक प्रेस वार्ता करेंगे।
महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच मुंबई में हलचल तेज हो गई है। दरअसल एनसीपी चीफ शरद पवार की विधायकों संग होने वाली बैठक टल गई है।
महाराष्ट्र में सियासी संग्राम के बीच अब शिंदे गुट की तरफ से शिवसेना के चुनाव चिन्ह को लेकर दावा ठोका जा सकता है।
महाराष्ट्र में सियासी संकट और शिवसेना में बगावत के बीच संजय राउत ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि आज भी हमारी पार्टी मजबूत है।
महाराष्ट्र में जारी सियासी घटनाक्रम के बीच सीएम ने शिवसेना के बचे हुए विधायकों और सांसदों की बैठक बुलाई है। बताया जा रहा है कि यह बैठक सुबह 11.30 बजे होगी।
राज्य में सियासी संकट के बीच शरद पवार ने एनसीपी विधायकों की बैठक बुलाई है। पार्टी चीफ ताजा राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा करेंगे।
#WATCH | Assam: Three more Shiv Sena's rebel MLAs reach Radisson Blu Hotel in Guwahati amid political instability in the ruling Maha Vikas Aghadi government in Maharashtra pic.twitter.com/AkYfw15nhV
— ANI (@ANI) June 23, 2022
महाराष्ट्र में सियासी संकट अब और गहरा गया है। दरअसल उद्धव ठाकरे की अपील के बावजूद शिवसेना के तीन और विधायक असम के गुवाहाटी पहुंचे हैं।
महाराष्ट्र में सियासी संकट अब और गहरा गया है। दरअसल शिवसेना प्रमुख और सीएम उद्धव ठाकरे की अपील का कोई असर नहीं हुआ है। शिवसेना विधायकों की तरफ से बगावत जारी है।
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