इस पोस्ट में बताया गया है कि जब नरेंद्र मोदी (Modi Sarkar) गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने 100 दिन के एक्शन प्लान में क्या-क्या कार्य किए। तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने लापरवाह नौकरशाहों पर नकेल कसने से लेकर नीलामी से प्राप्त हुए धन को बेटियों की शिक्षा में लगाया। इसके साथ ही एक्स पर अखबार की पुरानी कटिंग्स भी शेयर की गई है।
क्या किया था पहले कार्यकाल में
इसमें तारीख 17.01.2002 अंकित है। 7 अक्टूबर 2001 को नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में पहली बार शपथ ली थी। मोदी आकाईव एक्स हैंडल से पोस्ट करते हुए लिखा गया है कि यह रिपोर्ट गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में उनके पहले 100 दिन पूरे करने के बाद उनकी उपलब्धियों पर प्रकाश डालती है। लापरवाह नौकरशाहों पर नकेल कसने से लेकर नीलामी से प्राप्त हुए धन को बेटियों की शिक्षा में लगाने तक, उन्होंने कई उदाहरण पेश किए। सीएम नरेंद्र मोदी ने भूकंप पीड़ितों के साथ दिवाली भी मनाई और व्यक्तिगत रूप से आईएएस अधिकारियों के सामने उनकी दुर्दशा के बारे में भी बताया। जमीनी स्तर पर काम करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने ग्राम सभाएं और लोक कल्याण मेलों की शुरुआत की। जिससे प्रशासन और लोगों के बीच दूरियां कम हो सके।
इससे पता चलता है कि नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण की तुलना ‘कर्मयोगी’ से क्यों की जाती है, क्योंकि वह राजनीति से ज्यादा, लोगों की प्राथमिकता को महत्व देते हैं।
तीसरी बार प्रधानमंत्री बने, तो क्या करेंगे
बता दें कि हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी ने एक इंटरव्यू में तीसरे कार्यकाल (Modi Sarkar) की तैयारी के साथ 100 दिन के एक्शन प्लान के बारे में भी बताया था। पीएम मोदी ने कहा था कि मैं नहीं मानता हूं कि अभी तक मैंने सब कुछ कर लिया है। अभी मुझे बहुत कुछ करना है। क्योंकि, मैं देखता हूं कि मेरे देश की अभी भी कितनी आवश्यकताएं हैं। हर परिवार का सपना, वो सपना कैसे पूरा होगा, ये मेरे दिल में है। इसलिए, मैं कहता हूं जो हुआ है वो सिर्फ अभी ट्रेलर है, मैं इससे बहुत अधिक देश के लिए करना चाहता हूं। इससे पहले भी पीएम मोदी साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में 100 दिन का एक्शन प्लान लेकर चुनावी मैदान में उतरे थे।