बीजेपी सांसद ने कहा कि टिकट नहीं देने का मतलब ये नहीं है कि सरकार उन लोगों (मुस्लिमों) के लिए काम नहीं करती है, जिनको टिकट नहीं मिल पाया। दरअसल आदित्यनाथ से मुस्लिमों को एक भी टिकट न दिए जाने को लेकर सवाल पूछा गया था।
गौरतलब है कि यूपी में विधानसभा की 403 सीटें हैं। बीजेपी ने किसी भी मुस्लिम उम्मीदवार को चुनाव में टिकट नहीं दिया है, जबकि बहुजन समाज पार्टी ने 100 से ज्यादा मुस्लिमों को टिकट दिया है। यूपी में मुस्लिम समुदाय की आबादी तकरीबन 19 फीसदी है, लेकिन सबका साथ सबका विकास के नारे के साथ चुनाव लड़ने वाली बीजेपी एक भी मुस्लिम को टिकट न देने की वजह से कठघरे में है।
ध्यान हो कि उत्तर प्रदेश में सात चरणों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। अब तक पांच चरणों का मतदान संपन्न हो चुका है। अब चुनावी लड़ाई का फोकस पूर्वांचल है। यहां छठवें चरण में 4 मार्च और सातवें चरण में 8 मार्च को मतदान होना है, जबकि वोटों की गिनती 11 मार्च को होगी।