मई 2016 में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के आदेश पर अवैध रूप से चल रहे बूचडख़ानों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। प्रदेश में 250 से ज्यादा अवैध बूचडख़ाने चिन्हित किए गए हैं जिन्हें नगर निगम और संबंधित विभाग के अफसर कागज पर बंद बता रहे हैं। वास्तविकता यह है कि इन बूचडख़ानों में रोज सैकड़ों जानवर काटे जाते हैं।
गौरतलब है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और योगी आदित्यनाथ ने चुनाव प्रचार के दौरान लगातार इस मुद्दे को उठाते रहे है। बीजेपी ने यह घोषणा की थी कि उसकी सरकार बनने के बाद यूपी में अवैध बूचडख़ाने को बंद करवाएगी।
शपथ लेने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने बूचडख़ानों को बंद कराने की घोषणा को पूरा करने के लिए प्रतिबद्धता जताई। इसके तुरंत बाद नगर निगम प्रशासन रविवार होने के बावजूद हरकत में आ गया और दो बूचडख़ानों को सील कर दिया।