scriptपरीक्षा की तैयारी को नजरअंदाज कर, बच्चे ये काम करने को मजबूर, जानें क्या है मामला | By ignoring the preparation of the exam, the children are forced to do | Patrika News

परीक्षा की तैयारी को नजरअंदाज कर, बच्चे ये काम करने को मजबूर, जानें क्या है मामला

locationसुकमाPublished: Mar 14, 2018 11:31:32 am

Submitted by:

Badal Dewangan

पढ़ाई छोड़ अब बच्चे बना रहे भोजन, बच्चों ने कहा पढ़ाई प्रभावित हो रही, कुछ दिनों बाद वार्षिक परीक्षा है क्या करें

परीक्षा की तैयारी को नजरअंदाज कर
सुकमा. रसोइया संघ के अनिश्चितकालीन हड़ताल का असर अब बच्चों के पढ़ाई पर पडऩे लगा है। इधर जिले भर के अधिकांश स्कूलों में बच्चे खुद मध्याह्न भोजन बनाने में लगे हुए हैं। स्कूल प्रबंधक भी परेशान है। किसी तरह से बच्चों को मध्याह्न भोजन परोसना है। इसलिए मध्याह्न भोजन बनाने की जिम्मेदारी शिक्षकों ने छात्रों पर छोड़ दी है। भले पढ़ाई ना हो, लेकिन खाली पेट नहीं होनी चाहिए।
अटेंडेंस के बाद मिलकर बनाते हैं मध्याह्न भोजन
नीलावरम हाईस्कूल व माध्यमिक स्कूल की पढ़ाई एक परिसर में होती है। दो स्कूल के बच्चे मिलकर मध्याह्न भोजन तैयार करने में लगे थे। कक्षा सातवीं के छात्र सोड़ी मासा, शिवशंकर नाग ने बताया कि रसोइया नहीं आ रहा है। इसलिए हम लोग 20 दिन से मध्याह्न भोजन अपने लिए तैयार कर रहे हैं। खाना बनाने के इस तरह से दिन का पहला हाफ निकल जाता है। उन्होंने कहा कि स्कूल में अटेंडेंस के बाद हम लोग मिलकर मध्याह्न तैयार करने में लग जाते हैं। परीक्षा सामने आ चूकी है।
रसोइया अनिश्चितकालीन हड़ताल में जाने के कारण
पढ़ाई प्रभावित हो रही है, लेकिन क्या करें रसोइया नही आने के कारण हम लोगों को मजबूरन खाना बनाना पड़ रहा है। नीलावरम सरपंच वेट्टी देवा ने बताया कि रसोइया अनिश्चितकालीन हड़ताल में जाने के कारण गांव के स्कूल में बच्चे मिलकर माध्याह्न भोजन तैयार कर रहे हैं। शिक्षकों से बातचीत कर कोई वैकल्पिक व्यवस्था करने की कोशिश करते हैं।
कुम्हरावण्ड में सेंट जेवियर्स हाईस्कूल का शुभारंभ
कुम्हरावंड में सेंट जेवियर्स हाईस्कूल के नए भवन का शुभारंभ हुआ। तिरूपति से आए पंडित रामाचारलु ने पूजा कर गृह प्रवेश किया। संस्था के डायरेक्टर डॉ जीएस पटनायक के इस आयोजन में अपोलो हास्पिटल हैदराबाद के सीईओ डॉ संदीप विशेष अतिथि थे। डॉ संदीप ने स्वास्थ्य संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी। साथ ही समझौता किया कि संस्था से संबंधित पालको के लिए स्वास्थ्य शिविर लगाएंगे एवं चिकित्सा शुल्क में उन्हें 25 प्रतिशत की रियायत दी जाएगी। सेंट जेवियर्स पहला विद्यालय होगा जिसके अभिभावकों का इलाज अपोलो हॉस्पिटल में हो सकेगा।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो