जानकारी के अनुसार एसडीओपी पंकज पटेल और मरईगुड़ा थाना प्रभारी संदीप टोप्पो की पत्नी निस्वार्थ भाव से अभियान को सार्थक बनाने के लिए लगातार पुलिस और फ़ोर्स के जवानों को शिक्षित बनाने की जिम्मेदारी संभाली है।
ज्ञात हो इससे पहले एक महीना तक थाना मरईगुड़ा के प्रभारी और सीआरपीएफ 217 के संयुक्त तत्वाधान से सुकमा के अति संवेदनशील ग्रामीण इलाकों में महिलाओं को टेलरिंग और सिलाई प्रशिक्षण कराया गया था जिसमे पुलिस को ग्रामीणों की रचनात्मक पहलू देखने को मिली है। इसके अलावा भी ग्रामीण युवाओं को वाहन चालन की ट्रेनिंग कराइ गई है और थाना मरईगुड़ा उन सभी युवकों का ड्राइविंग लाइसेंस भी बनाकर दिया है।
नक्सल प्रभावित इलाकों में लगातार चलाये जा रहे अनेक अभियान से न केवल ग्रामीण बल्कि इनामी नक्सली भी प्रभावित हो रहे है और मुख्यधारा में जुड़ रहे हैं। कोरोना अड़चन में भी बिना डरे और रुके पुलिस लगातार दिन- रात कार्य कर छत्तीसगढ़ से नक्सल ख़त्म करने में जुटा हुआ है।