scriptनक्सल प्रभावित जिले के कई गावों में पहुंचाया गया सौभाग्य का उजाला, अब ग्रामीण नहीं सोते अंधेरे में | CREDA put solar light in village of Naxal area Sukma villager happy | Patrika News

नक्सल प्रभावित जिले के कई गावों में पहुंचाया गया सौभाग्य का उजाला, अब ग्रामीण नहीं सोते अंधेरे में

locationसुकमाPublished: May 28, 2020 04:31:20 pm

Submitted by:

Badal Dewangan

सुकमा जिले के धुर माओवाद प्रभावित गांवों में सोलर होम लाइट से दूर हुआ अंधेरा, पिछले दो माह में दुर्गम क्षेत्र के ९ गांवों के 1352 घर सोलर लाईट से हुए रोशन

नक्सल प्रभावित जिले के कई गावों में पहुंचाया गया सौभाग्य का उजाला, अब ग्रामीण नहीं सोते अंधेरे में

नक्सल प्रभावित जिले के कई गावों में पहुंचाया गया सौभाग्य का उजाला, अब ग्रामीण नहीं सोते अंधेरे में

सुकमा. सुकमा जिले के जगरगुण्डा क्षेत्र के धुर नक्सल प्रभावित गांवों के सैकड़ों घरों में सौभाग्य का उजाला पहुंचाकर ग्रामीणों के जीवन से अंधेरे को भय को दूर कर दिया गया है। अंधेरा लोगों को भयभीत करता है। शायद यही कारण है कि लोगों को भयभीत रखने के लिए जगरगुण्डा क्षेत्र के कई गांवों तक माओवादियों ने उजाले को पहुंचने नहीं दिया। मानव स्वभाव से अंधेरे से दूर भागता है और उजाले के करीब जाता है। मगर जगरगुण्डा क्षेत्र के कई गांवों के ग्रामीण माओवादियों के भय से अपने घरों में बिजली की रोशनी को तरस गए थे। रोशनी का इंतजार कर रहे इन ग्रामीणों की मनोकामना तब जाकर पूरी हुईए जब क्रेडा द्वारा इन पहुंचविहीन गांवों में सोलर होम लाईट की सुविधा दी गई। सौभाग्य योजना के तहत पहुंचाई गई यह रोशनी इन ग्रामीणों के सौभाग्य के उदय के समान है।

गांवों में लोगों ने पहली बार बिजली की रोशनी देखी
जगरगुण्डा के अंदरुनी क्षेत्रों में सडक़ों के अभाव में पहाड़ों और नालों को पार करते हुए आवागमन करना कोई आसान कार्य नहीं है। मगर जनता की जरुरतों को देखते हुए क्रेडा के लगातार इन क्षेत्रों में पहुंचकर घरों को रोशन कर रहे हैं और कई गांवों में लोगों ने पहली बार बिजली की रोशनी देखी है।

लॉकडाउन के इस दौर में भी हुआ काम
घने जंगलों और पहाड़ों के कारण जिन गांवों में परम्परागत बिजली पहुंचाने में बहुत अधिक कठिनाई आ रही है वहां क्रेडा द्वारा घरों को रोशन करने का कार्य किया जा रहा है। क्रेडा द्वारा पिछले दो माह में दुर्गम क्षेत्रों में बसे ९ गांव के १३५२ घरों को सोलर लाईट से रोशन किया जा चुका है। जगरगुण्डा से लगभग ३० किलोमीटर दूर सिलगेर पंचायत के ग्राम दूरनदरभा में १५०, बेदरे में २०४, कोत्ताचेरु पंचायत के भण्डारपदर में ९० और चिंतागुफा के १३२, सुरपुनगुड़ा पंचायत में ६८, तोलनई में ३६, एलमपल्ली ग्राम पंचायत के चिमलीलावा में ११४ ओर तारलागुड़ा के १५८ घरों में क्रेडा द्वारा रोशनी पहुंचाई गई। सिरसट्टी गांव से २५ किलोमीटर के पहाड़ी और जंगल भरे रास्ते से गुजरकर गोगुण्डा के लगभग ४०० परिवारों के यहां सोलर होम लाईट स्थापित कर गांव को जगमग करने का कार्य क्रेडा विभाग द्वारा लॉक डाउन के दौरान किया गया।

इन गावों में सोलर पंप सहित लाइट किया गया स्थापित
इन घरों में 200 वाट का सोलर होम लाईट सिस्टम दिया जा रहा है। इसमें ५ एलईडी बल्ब, १ पंखा और मोबाईल चार्जिंग यूसीबी पोर्ट कनेक्शन दिया जा रहा है। इस योजना के तहत वर्तमान में तुमालपाड़, छोटेकेड़वाड, बड़ेकेड़वाड, एटराजपाड़, दंतेशपुरम, मैलासूर, गच्चनपल्ली, गोंदपल्ली, बुर्कलंका में कार्य प्रगति पर है और बरसात के पहले कार्य को पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। क्रेडा द्वारा लगाए गए इस सोलर होम लाईट सिस्टम का संधारण भी क्रेडा द्वारा किया जाएगा। क्षेत्र के लोगों की पेयजल की जरुरत को देखते हुए कामाराम, राजपेंटा में सोलर पम्प भी स्थापित किया गया है।

नक्सल प्रभावित जिले के कई गावों में पहुंचाया गया सौभाग्य का उजाला, अब ग्रामीण नहीं सोते अंधेरे में
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो