इस मसले को लेकर गुरुवार को सुकमा के कुम्हाररास भवन में सर्व आदिवासी समाज की बैठक हुई थी। इस बैठक में संगठन के सुकमा, कोंटा व छिन्दगढ़ ब्लॉक के अध्यक्ष भी मौजूद थे। बैठक में अगवा ग्रामीण के परिजन ने समाज प्रमुखों से अपील करते हुए कहा कि उनके चार रिश्तेदार 14 सितम्बर से घर नहीं लौटे है।
उन्हें आशंका है कि नक्सलियों ने उनका अपहरण (Villagers Abducted by Naxalites) कर लिया है। उनका नाम उईका पाण्डू, उईका धु्रवा, सीते व उईका जोगी है। वे हूंगा की तलाश में जंगल गए थे लेकिन नक्सलियों ने हूंगा की हत्या कर शव जंगल में फेंक दिया था।
शव बरामद हो गया है लेकिन परिजन अब तक नहीं लौटे हैं। ब्लॉक अध्यक्ष संजय सोढ़ी के मुताबिक़ उन्हें जानकारी मिली है कि कुन्देड़ के चार ग्रामीण अभी भी नक्सलियों के कब्जे में है। सर्व आदिवासी समाज ने नक्सलियों से अपील की है कि वे इन निर्दोष ग्रामीणों को सुरक्षित छोड़ दें।