वह काफी समय से क्षेत्र में सक्रिय था । दोनों नक्सलियों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। आत्मसमर्पण के बाद दोनों नक्सलियों को छत्तीसगढ़ शासन की राहत एवं पुनर्वास योजना (Rehabilitation policy) के तहत सहायता राशि के साथ अन्य सुविधाएं देने की तैयारी की जा रही है।
2017 में हुए बुर्कापाल मुठभेड़ में था शामिल एसपी सलभ सिन्हा ने बताया कि दोनों आत्मसमर्पित जनमिलिशिया कमांडर (hardcore bounty naxalite) वेट्टी हुर्रा और डीएकेएमएस अध्यक्ष कलमु माइये नक्सली संगठन में लंबे समय से काम कर रहे थे। वेट्टी हुर्रा जिले की प्रमुख नक्सली घटना 2017 में बुर्कापाल मुठभेड़ में शामिल था।
जिसमे 24 सीआरपीएफ (CRPF) के जवान शहीद हुए थे। इसके अलावा चिंतागुफा थाना क्षेत्र में पुलिस गश्त पार्टी पर फायरिंग, आम नागरिकों की हत्या, वाहनों में आगजनी, डकैती समेत दर्जनों घटनाओं में शामिल होने का आरोप है। महिला नक्सली कलमु मुइये पर भी कई गंभीर वारदातों में शामिल होने का आरोप है।
वेट्टी हुर्रा और कलमु मुइये (hardcore bounty naxalite) के खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में कई नामजद अपराध पंजीबद्ध है। इससे पहले वेट्टी हुर्रा की गिरफ्तारी के लिए 42 स्थायी वारंट जारी किया गया है। जिससे बाद से जिले के कई थानों की पुलिस को वेट्टी हुर्रा की तलाश थी। वेट्टी हुर्रा ने एसपी के सामने Naxalite surrender) सरेंडर कर दिया है।