सडक़ ठेकेदार ने खाली करवाया भवन
किस्टारम स्वास्थ्य केंद्र सडक़ ठकेदार के भवन में संचालित हो रहा था ठेकेदार के द्वारा 20 मई को भवन खाली करवा दिया गया। जिससे यहां के पदस्थ डॉक्टर व स्टाफ किस्टारम की स्वास्थ्य केंद्र को पुन: मराईगुडा वन में संचालित कर सप्ताह में दो दिन स्वास्थ्य शिविर लगा रहे हैं ।
12 किमी पैदल चलकर पहुंचे अस्पताल तब तक सर्प दंश से बच्ची की मौत
किस्टारम में हॉस्पिटल बंद होने की कीमत 13 साल की बच्ची पेडक़म रामना ने चुकाया किस्टारम हॉस्पिटल 20 मई को बंद हो गया डॉक्टर व स्टाफ किस्टारम अस्पताल को 21 मई से मराईगुडा वन में संचलित करने लगे। इस बीच मरईगुड़ा निवासी कक्षा आठवी कन्या आश्रम में अध्ययनरत रामना को 28 मई देर रात सर्प ने दंश मार दिया। ग्रामीण उसे दूरदराज के अस्पताल ले जाने निकले। १२ किमी चलकर वे स्वास्थ्य कें द्र पहुंचे जब तक उसका उपचार हो पाता उसने दम तोड़ दिया। परिजन का आरोप है कि यहां स्वास्थ्य केंद्र होता तो उपचार समय पर हो जाता।
किस्टारम के पूर्व सरपंच कडती सीताराम ने कहा कि अस्पताल बंद होना इस क्षेत्र के ग्रामीणों के लिए एक गम्भीर समस्या हैं, यह होता तो छात्रा की जांन बच सकती थी। अस्पताल भवन बनाने वाले ठेके दार ने बताया कि अस्पताल का नया भवन बन रहा है। लॉक डाउन की वजह से काम रुक गया है। अब इसे आगामी कुछ दिनों में पूरा कर लिया जाएगा।
यह कहा जिम्मेदारों ने
समस्या का निराकरण किया जाएगा
इस सम्बंध में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कोंटा हिमांचल साहू नें कहा कि इस सम्बन्ध में बीएमओ से चर्चा कर वहां के लोगो की समस्या को देखते हुए पुन: किस्टारम में अस्पताल प्रारम्भ कर समस्या का निराकरण किया जाएगा ।
दो दिन शिविर लगाया जाएगा
बीएमओ कपील देव कश्यप इस सम्बंध में कहा कि अस्पताल संचालन करने के लिए भवन नही होने के कारण ऐसा किया गया हैं । सप्ताह में दो दिन किस्टारम में स्वास्थ्य शिविर लगाया जा रहा हैं । इसकी जानकारी सीएमएचओ को लिखित रूप से दिया हूँ । भवन की व्यवस्था होने पर हॉस्पिटल पुन: संचालन किया जाएगा ।