इसके बाद यहां पहुंचे ब्लॉक से लेकर बूथ लेवल के कार्यकर्ताओं के दल से मुलाकात कर उनकी राय जानी। इसके बाद वे वापस रवाना हो गए। बताया जा रहा है कि टिकट वितरण के पहले तीन से चार चरण में नामों पर सहमति के लिए प्रदेश प्रभारी बस्तर पहुंचेंगे और चुनाव ऐलान के बाद ही प्रत्याशी फाइनल किए जाएंगे। वहीं अरूण उरांव ने कहा टिकट वितरण में कार्यकर्ताओं का सम्मान और समाज प्रमुखों से भी चर्चा की जाएगी और इसके
बाद ही टिकट को लेकर फैसला लिया जाएगा।
बाद ही टिकट को लेकर फैसला लिया जाएगा।
दीपक कर्मा, बलराम मौर्य और सेमियल भी मैदान में
कांग्रेस सूत्रों की माने तो कांग्रेस परिवार से सिर्फ छबिंद्र ही नहीं, बल्कि दीपक कर्मा भी अपनी उम्मीदवारी का दावा ठोंक सकते हैं। ऐसा होता है तो विधानसभा चुनाव में मां-बेटे के बाद भाई-भाई के बीच टिकट को लेकर प्रतिस्पर्धा हो सकती है। वहीं रविवार को कांग्रेस के बलराम मौर्य और सेमियल नाथ ने भी प्रदेश प्रभारी अरूण उरांव के सामने चुनाव लडऩे की इच्छा जाहिर की है। कांग्रेस भवन में प्रदेश प्रभारी जहां एक तरफ लोकसभा टिकट के लिए कांग्रेसी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। वहीं दूसरी तरफ समर्थक कांग्रेस भवन के सामने नारे लग रहे थे। कांग्रेसियों का कहना है कि नए चेहरे पर भी दांव खेल सकते हैं।
कांग्रेस सूत्रों की माने तो कांग्रेस परिवार से सिर्फ छबिंद्र ही नहीं, बल्कि दीपक कर्मा भी अपनी उम्मीदवारी का दावा ठोंक सकते हैं। ऐसा होता है तो विधानसभा चुनाव में मां-बेटे के बाद भाई-भाई के बीच टिकट को लेकर प्रतिस्पर्धा हो सकती है। वहीं रविवार को कांग्रेस के बलराम मौर्य और सेमियल नाथ ने भी प्रदेश प्रभारी अरूण उरांव के सामने चुनाव लडऩे की इच्छा जाहिर की है। कांग्रेस भवन में प्रदेश प्रभारी जहां एक तरफ लोकसभा टिकट के लिए कांग्रेसी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। वहीं दूसरी तरफ समर्थक कांग्रेस भवन के सामने नारे लग रहे थे। कांग्रेसियों का कहना है कि नए चेहरे पर भी दांव खेल सकते हैं।