भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक बैरिकेडिंग भी
तेलंगाना प्रदेश के मुख्य सचिव सोमेश कुमार बुधवार को डीजीपी महेंद्र रेड्डी के साथ मेले में व्यवस्थाओं को जायजा लेने पहुंचे। उन्होंने यहां पर मेदाराम मंदिर परिसर में जिला प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में मेले स्थल पर व्यवस्थाओं लेकर चर्चा की गई। मुख्य सचिव सोमेश कुमार ने कहा कि अगले तीन दिनों के लिए सभी लोग सतर्क रहे। पंचायती राज विभग को निदे्रश दिया कि पेयजल, शौचालय, पार्किंग, सफाई और बिजली की व्यवस्था करने के लिए निर्देश दिए। वहीं पुलिस विभाग को विशेष रूप से निर्देश दिया गया कि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा, शांति व्यवस्था और अवैध शराब के परिवाहन पर नजर रखे। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भक्तों की दैनिक व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे हैं। कलेक्टर अरवी कर्णन ने बताया कि मेले को लेकर सभी व्यवस्था पूरी हो चुकी हैं। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक बैरिकेडिंग भी की गई है। इससे श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो इसके लिए सारे इंतजाम पूर केर लिए हैं। एसपी ने कहा कि यातायात की समस्याओं से बचने के लिए पार्किंग क्षेत्र तैयार किया गया है।
सिक्योरिटी पर खास फोकस, हर एंगल से मेले पर रखी जा रही नजर
तेलंगाना में जिस जगह पर मेले का आयोजन हो रहा है। वहां सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किए गए हैं। पूरे मेला परिसर को सुरक्षा घेरे में जवानों ने ले रखा है। १२ हजार जवान यहां तैनात किए गए हैं। २ आईजी और ६ एसपी मॉनिटरिंग के लिए तैनात किए गए हैं। बताया जा रहा है कि यह मेला दक्षिण के राज्यों का सबसे बड़ा धार्मिक मेला है। इसमें तेलंगाना सरकार करोड़ों रुपए खर्च करती है। इस मेले को करीब से देखने के लिए देश-विदेश से सैलानी पहुंचते हैं। आदिवासियों का मेले से खास लगाव है। वे मेले में बड़ी संख्या में जुटते हैं और अपनी परंपपरा का निर्वहन जतरा के रूप में पूरा करते हैं। मेले से जुड़ी हर तरह की व्यवस्था भी यहां देखते ही बनती है।