जिसमें लिखा है की “हमारे PLGA ने कऊति गंगा को ख़त्म कर दिया है। इस तरह गांव का कोई भी व्यक्ति मुखबिर बनकर काम करेगा तो पार्टी उसे मौत की सजा देगी। अभी कोई गावं के अंदर मुखबिर बना है तो वो भी इस काम से तुरंत दूर हो जाय” । इस घटना की पुष्टि एएसपी सलभ शिन्हा ने की है।
आपको बता दें की इससे पहले भी नक्सलियों ने अबूझमाड़ में चार ग्रामीणों की मुखबिरी के आरोप में हत्या कर दी थी जबकि उनके डर से 15 परिवारों ने गावं छोड़ दिया था। अभी हालही में नक्सलियों ने अबूझमाड़ में नया फरमान जारी किया है। इसके तहत माड़ के करीब दो दर्जन गांवों में जन अदालत लगाकर ग्रामीणों के गांव छोड़ने पर बंदिश लगा दी है। गांव में पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग नियम बनाए हैं।